Rajendra Pal Gautam joins Congress: आम आदमी पार्टी को दिल्ली में बड़ा झटका लगा है। AAP के विधायक और पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम शुक्रवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस में शामिल होते ही राजेंद्र गौतम का देवी-देवताओं को लेकर दिया गया पुराना वीडियो वायरल होने लगा। जिसमें वो हिंदू देवी-देवताओं को न मानने की शपथ दिला रहे हैं। हालांकि, अब उन्होंने कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया है।
कांग्रेस में शामिल होने के बाद राजेंद्र पाल गौतम ने कहा, ‘दुर्भाग्य से पिछले 10 सालों में धार्मिक और जातिगत उन्माद में वृद्धि देखी जा रही है। दंगे भड़क रहे हैं और दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहे हैं। ऐसे समय में राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान एक नारा दिया- मैं नफ़रत के बाज़ार में मोहब्बत की दुकान खोलने आया हूं। उस नारे ने मेरे दिल को छू लिया।
गौतम ने कहा कि संविधान को बचाना है और देश में सामाजिक न्याय को आगे बढ़ाते हुए हर वर्ग को उसकी आबादी के हिसाब से प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए…मेरा हमेशा से संघर्ष रहा है कि सबको उसका प्रतिनिधित्व और सम्मान मिले। उन्होंने (अरविंद केजरीवाल) मुझे मौका दिया और मैं दो बार विधायक बना। इसके लिए मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं लेकिन मेरी लड़ाई कहीं और है- सामाजिक न्याय के मुद्दे पर, जाति आधारित जनगणना पर, प्रतिनिधित्व पर, AAP इन मुद्दों पर चुप्पी साधे रखती है…इससे मुझे दुख होता है…”
वहीं राजेंद्र पाल के कांग्रेस में शामिल होने पर कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि यह हमारे लिए यह गर्व का क्षण है कि राजेंद्र पाल गौतम कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए हैं। भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा ने देश को एक नया नैरेटिव दिया है और अब देश इसे पूरी ताकत से स्वीकार भी कर रहा है। मल्लिकार्जुन खड़गे और श्री राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस के कार्यक्रमों से आकर्षित होकर उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया है।
साल 2014 में AAP में शामिल हुए थे राजेंद्र गौतम
राजेंद्र पाल गौतम 2014 में आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे। राजेंद्र गौतम दिल्ली विश्वविद्यालय से लॉ ग्रुजुएट हैं। उन्होंने श्रम कानून में डिप्लोमा और मानव संसाधन प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा किया है।
राजेंद्र गौतम के बयान पर हुआ था विवाद
राजेंद्र पाल गौतम ने 9 अक्टूबर 2022 को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। दरअसल, उनके धर्मांतरण कार्यक्रम में बयान के बाद बवाल मच गया था। भाजपा ने उनके बयान को ‘हिंदू विरोधी’ करार देते हुए पार्टी से हटाने की मांग की थी। राजेंद्र पाल गौतम के बयानों को लेकर बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल पर हमलावर हो गई थी। पाल ने तब कहा था कि मैंने हिंदू देवी-देवताओं का कोई अपमान नहीं किया है।