आम आदमी पार्टी ने मंगलवार को आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार उनके दिल्ली कार्यालय की जासूसी करा रही है। सीसीटीवी कैमरे में कुछ लोग पार्टी कार्यालय के आसपास दिखे हैं। इन्हीं में से कुछ लोग अंदर चले गये। बाहर तैनात गार्ड को भी कोई सूचना नहीं दी। दिल्ली सरकार के मंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, “कुछ लोगों को दिल्ली में आम आदमी पार्टी मुख्यालय के बाहर घूमते देखा गया। उनमें से तीन पार्टी कार्यालय में घुस गए और बाकी बाहर रहे। मुझे लगता है कि वे सभी एक ही एजेंसी से थे और उनका एक ही एजेंडा था।”
मंत्री ने कहा कि इसके पीछे केंद्र सरकार की कोई बड़ी साजिश है
उन्होंने यह भी बताया, “जब गार्ड ने उनसे अपना विवरण रजिस्टर में लिखने के लिए कहा, तो उन्होंने बहाना बना दिया। हमारा मानना है कि केंद्र सरकार एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल (आप) की जासूसी करने की कोशिश कर रही है।” दिल्ली की आम आदमी पार्टी की केजरीवाल सरकार कई बार आरोप लगा चुकी है कि केंद्र सरकार उन्हें काम नहीं करने दे रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि इसके पीछे केंद्र सरकार की कोई बड़ी साजिश है।
भारद्वाज ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर इसमें शामिल होने का आरोप लगाया। उन्होंने मंगलवार को राउज एवेन्यू, दीन दयाल उपाध्याय मार्ग स्थित पार्टी कार्यालय के आसपास सात लोगों के घूमने की तस्वीर दिखाई। भारद्वाज ने पूछा, “यह गंभीर मामला है कि एक राष्ट्रीय पार्टी के कार्यालय की जासूसी की जा रही है। भाजपा को जवाब देना चाहिए कि वे किस बात से डरते हैं? वे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से क्यों डरते हैं?”
इससे पहले ईडी द्वारा दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की 52.24 करोड़ रुपये की संपत्तियों को जब्त करने के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कल ईडी ने कहा कि उन्होंने मनीष सिसोदिया की 52 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है लेकिन सिर्फ मनीष सिसौदिया के फ्लैट ही जब्त किए गए हैं। ये फ्लैट 2018 से पहले खरीदे गए थे जब कोई उत्पाद शुल्क नीति नहीं थी। संपत्तियों की घोषणा आयकर और चुनावी हलफनामे में की गई है। यह सब केवल AAP को बदनाम करने के लिए किया गया है।