कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लोकतंत्र वाले बयान को लेकर ‘आज तक’ के एक डिबेट शो में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता संबित पात्रा ने उनपर निशाना साधा है। शो के दौरान एंकर अंजना ओम कश्यप ने संबित पात्रा से पूछा कि ‘राहुल गांधी ने कहा है कि अब देश में लोकतंत्र सिर्फ कल्पना में रह गया है…2 करोड़ किसानों के हस्ताक्षर के साथ आज वो राष्ट्रपति से मिले हैं। आप सब जितने लोग उन सब को वो देशद्रोही कह देते हैं?
इसपर जवाब देते हुए शो के दौरान संबित पात्रा ने कहा कि ‘अगर लोकतंत्र खतरे में होता तो या लोकतंत्र नहीं होता तो इस देश में…ये मजाक किया है राहुल गांधी ने। इसके बाद संबित पात्रा राहुल गांधी की बातें दोहराने लगे। संबित पात्रा ने कहा कि ‘उन्होंने (राहुल गांधी) ने कहा कि किस देश में रहते हो..किस देश की बात कर रहे हो…भारत…नहीं-नहीं भारत में तो लोकतंत्र है ही नहीं…भारत तो लोकतांत्रिक देश है ही नहीं…अरे राहुल गांधी जी कल देर रात तक डीडीसी चुनाव के नतीजे आए हैं…पूरा विश्व हिन्दुस्तान के लोकतंत्र को सलाम कर रहा है एक गोली भी नहीं चली…आतंकवादी जीत भी नहीं पाए…जीत कश्मीर की जनता की हुई…जीत हुई भारतवर्ष के लोकतंत्र की और आज आप कह रहे हैं कि लोकतंत्र नहीं है हिन्दुस्तान में’
इसके बाद संबित पात्रा ने कहा कि ‘आपकी पार्टी खत्म हो रही है…आपकी पार्टी के मुख्य परिवार की समाप्ती हो रही है राजनीतिक दृष्टिकोण से उसका अर्थ यह नहीं होता है कि लोकतंत्र समाप्त हो गया। लोकतंत्र कोई गांधी परिवार का पर्यायवाची शब्द नहीं है जो आप कहेंगे कि लोकतंत्र समाप्त हो गया। शाहीनबाग में आप 50 दिन तक बैठे रहे। करीब 1 महीने से किसानों का यह आंदोलन चल रहा है….क्या यह लोकतंत्र नहीं है।’
शो के दौरान कांग्रेस शासनकाल की याद दिलाते हुए भाजपा नेता ने कहा कि ‘आपके समय साल 2013 में बाबा रामदेव जब रामलीला मैदान में बेठे थे तब रात को 12 बजे लाठीचार्ज किया गया था और एक महिला की हत्या हुई थी…यह होती है लोकतंत्र की हत्या।’
राहुल गांधी के लोकतंत्र वाले बयान पर @sambitswaraj ने कहा, DDC चुनाव पर पूरा विश्व हिन्दुस्तान के लोकतंत्र को सलाम कर रहा है #FarmersProtest #हल्ला_बोल @anjanaomkashyap pic.twitter.com/JQfTcIha54
— AajTak (@aajtak) December 24, 2020
आपको बता दें कि इससे पहले राहुल गांधी ने एक बयान में कहा था कि ‘भारत में कोई लोकतंत्र नहीं है, देश में यह हकीकत में नहीं, केवल कल्पना में है।

