आज तक पर डिबेट के दौरान एंकर अंजना ओम कश्यप कहने लगीं कि गाजियाबाद में बुजुर्ग की पिटाई का वीडियो वायरल हुआ न उसके बाद अगर रोकना है तो वक्त पर सही कदम उठाना होगा न। वो तो अमेरिका से बैठकर बार-बार मुंह चिढ़ा रहे हैं। एंकर डिबेट में सपा प्रवक्ता पर भड़क उठीं और कहने लगीं कि लेह को चीन का हिस्सा दिखा दे ट्विटर तो ये बीजेपी और मोदी सरकार के खिलाफ है? क्या आपको ये आहत करता है? बार-बार इंडियन वैरिएंट शब्द का इस्तेमाल करे। आप लोग मोदी का विरोध करते-करते देश का विरोध करने लगते हैं?
सपा प्रवक्ता कहने लगे कि मोदी सरकार अभी क्यों जाग रही है? सात साल से कहां थी? एंकर कहने लगीं कि गाजियाबाद मामले में आपके नेता वीडियो को वायरल कर रहे थे। सपा नेता कहने लगे कि बीजेपी के लोग दंगा भड़काने की कोशिश कर रहे थे। डिबेट में सपा प्रवक्ता कहने लगे कि मुख्य आरोपी की बीजेपी नेता के साथ तस्वीर है। इस पर एंकर कहने लगीं कि आप अभी भी कल की डिबेट में अटके हुए हैं।
मालूम हो कि सूचना प्रौद्योगिकी संबंधी नये नियमों को लेकर केंद्र सरकार तथा ट्विटर में गतिरोध के बीच एक संसदीय समिति के सदस्यों ने शुक्रवार को इस माइक्रोब्लॉगिंग साइट के अधिकारियों की एक टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुए उनसे स्पष्ट कहा कि देश का कानून सर्वोपरि है।
सूत्रों के मुताबिक सूचना प्रौद्योगिकी पर संसदीय समिति ने ट्विटर से यह भी पूछा कि देश में नियमों का उल्लंघन करते पाये जाने पर उस पर जुर्माना क्यों नहीं लगाया जाए। इससे पहले केंद्र सरकार ने इस महीने की शुरुआत में ट्विटर को नोटिस जारी कर नये आईटी नियमों का तत्काल अनुपालन करने का आखिरी मौका दिया था और चेतावनी दी थी कि नियमों का पालन नहीं होने पर इस प्लेटफॉर्म को आईटी अधिनियम के तहत जवाबदेही से छूट नहीं मिलेगी।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर की अध्यक्षता वाली सूचना और प्रौद्योगिकी पर संसदीय स्थायी समिति ने पिछले सप्ताह इस मंच के दुरुपयोग और नागरिकों के अधिकारों के संरक्षण से संबंधित विषयों पर ट्विटर को तलब किया था।
ट्विटर इंडिया की लोक नीति प्रबंधक शगुफ्ता कामरान और विधिक परामर्शदाता आयुषी कपूर ने शुक्रवार को समिति के समक्ष अपना पक्ष रखा।