गुजरात से लेकर दिल्ली-एनसीआर तर बारिश से हाहाकार मचा हुआ है। गुजरात के कई जिलों में पिछले करीब एक सप्ताह से मूसलाधार बारिश हो रही है। इससे कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। एनडीआरएफ और सेना रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी है। कई जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। राजकोट के सभी स्कूल बंद हैं। मोरबी, कच्छ, द्वारका और जामनगर में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। बारिश के कारण पिछले 4 दिनों में ही 32 लोगों की मौत हो चुकी है। भारी बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित शहर वडोदरा में स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ क्योंकि विश्वामित्री नदी का जलस्तर सुबह 37 फुट से घटकर 32 फुट रह गया है। हालांकि, शहर के कई निचले इलाके अभी भी जलमग्न हैं। वहीं दिल्ली की बात करें तो मौसम विभाग ने शुक्रवार के लिए भी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। 2 और 3 सितंबर तक बादल छाए रहेंगे और बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
गुजरात में असना चक्रवात का अलर्ट
गुजरात में भारी बारिश के बीच अब चक्रवात ने परेशानी बढ़ा दी है। कच्छ और सौराष्ट्र में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। यह अपने आप में असामान्य घटना है। इससे पहले ऐसे चक्रवात 1976 में अगस्त के महीने में आया था। तेजी से यह ओमान तट की ओर बढ़ रहा है। चक्रवात का नाम ‘असना’ है। यह नाम पाकिस्तान की ओर से दिया गया है।
दिल्ली-एनसीआर में पिछले कुछ दिनों से बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने इस शुक्रवार को अधिकतम तापमान 34 तो न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है। आईएमडी के मुताबिक 21 अगस्त और 1 सितंबर को बादल छाए रहेंगे। मौसम विभाग ने 2 सितंबर के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इसके बाद 3 और 4 सितंबर हल्की और मध्यम बारिश हो सकती है।
गुजरात के कई इलाकों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। वडोदरा, कच्छ और सौराष्ट्र के इलाकों में भारी बारिश देखने को मिल रही है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 2 दिन ऐसा ही मौसम रहने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवात के कारण अभी बारिश जारी रहेगी।
गुजरात में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात को लेकर लोग परेशानी का सामना कर रहे हैं। कई इलाकों की बिजली काट दी गई है। वडोदरा और राज्य के कुछ अन्य हिस्सों में अब भी नदियां उफान पर होने से बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। प्रशासन लगातार राहत और बचाव कार्य पर नजर बनाए हुआ है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगातार गुजरात के हालात की जानकारी ले रहे हैं। मुख्यमंत्री ने रेस्क्यू ऑपरेशन में और तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
राजस्थान में मानसून की बारिश अभी भी जारी है। गुरुवार को कई इलाकों में बारिश देखने को मिली है। श्रीगंगानगर और माउंट आबू में भारी बारिश देखने को मिली है। अलवर, भरतपुर, बाड़मेर और उदयपुर जिले में भी कई जगह मध्यम बारिश दर्ज की गई। आईएमडी के मुताबिक राजस्थान में 30 अगस्त से 1 सितंबर तक केवल कुछ स्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना है।
गुजरात में भारी बारिश के बीच चक्रवात भी लोगों को परेशान कर सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक आमतौर पर अगस्त के महीने में चक्रवात नहीं आते हैं। इस दौरान अरब सागर के ऊपर चक्रवाती तूफान का विकसित होना एक दुर्लभ गतिविधि है। मौसम विभाग के मुताबिक इस दौरान 1944 का चक्रवात भी अरब सागर में उभरने के बाद तीव्र हो गया और बाद में समुद्र के मध्य में कमजोर हो गया। 1964 में भी ऐसा ही घटना सामने आई थी।
यूपी के कई जिलों में बारिश के कारण मौसम सुहाना बना हुआ है। गुरुवार को गौतमबुद्धनगर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बिजनौर, मुरादाबाद और उसके आसपास के इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। 30 अगस्त को भी कुछ इलाकों में गरज के साथ बारिश हो सकती है। 31 अगस्त को भी ऐसा ही मौसम बना रहेगा।
मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार को दिल्ली-एनसीआर में बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश होने की संभावना है। यूपी और बिहार में मौसम साफ रहने की उम्मीद है। उत्तराखंड, विदर्भ, छत्तीसगढ़, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, गोवा और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है।
गुजरात में बारिश के कारण कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। लोग घरों की छत पर रह रहे हैं। अधिकारी राहत और बचाव अभियान जारी रखे हुए हैं। हाल ही में हुई भारी बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित शहर वडोदरा में स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ क्योंकि विश्वामित्री नदी का जलस्तर सुबह 37 फुट से घटकर 32 फुट रह गया है। गुजरात में विश्वामित्री नदी का जलस्तर 25 फुट के खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया था।