सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत एक नए संसद भवन और नए आवासीय परिसर का निर्माण किया जा रहा है। इसमें प्रधानमंत्री और उप राष्ट्रपति के आवास के साथ कई नए कार्यालय भवन और मंत्रालय के कार्यालयों के लिए केंद्रीय सचिवालय का निर्माण किया जा रहा है।
इसी बीच दिल्ली के डलहौजी रोड में स्थित रक्षा मंत्रालय (MoD) से संबंधित कई अधिकारियों के ऑफिस को प्रधानमंत्री के नए आवास के लिए हटाया जा रहा है। प्रधानमंत्री का नया निवास और दफ्तर बनाने के लिए वहां से 700 से अधिक दफ्तारों को हटाया जाएगा। एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक मंत्रालय के करीब 7,000 अधिकारियों के नए कार्यालय अब मध्य दिल्ली के कस्तूरबा गांधी मार्ग और चाणक्यपुरी के पास अफ्रीका एवेन्यू में शिफ्ट किए जाएंगे।
रिपोर्ट के मुताबिक रक्षा मंत्रालय के दफ्तर हटाने से साउथ ब्लॉक के पास 50 एकड़ से ज्यादा जमीन खाली हो गई है। इसका इस्तेमाल सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के ‘एग्जीक्यूटिव एन्क्लेव’ को विकसित करने में किया जाएगा। नए एग्जीक्यूटिव एन्क्लेव में पीएम आवास के अलावा कैबिनेट सचिवालय और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के कार्यालय होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को इन दोनों परिसरों का उद्घाटन करेंगे।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के मुताबिक डलहौजी रोड के आसपास स्थित सभी ऑफिस अगले दो महीनों में खाली कर दिए जाएंगे और नए कार्यालय स्थायी होंगे। अधिकारी ने बताया कि 27 अलग-अलग संस्थानों से जुड़े 7,000 से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों को स्थानांतरित किया जा रहा है। ये अधिकारी रक्षा मंत्रालय, सेवा मुख्यालय और अन्य अधीनस्थ कार्यालयों से जुड़े हैं।
चाणक्यपुरी में अफ्रीका एवेन्यू में स्थित रक्षा मंत्रालय कॉम्प्लेक्स एक सात मंजिला इमारत है। इसमें केवल रक्षा मंत्रालय का दफ्तर है। वहीं अन्य कार्यालय मध्य दिल्ली में स्थित के 8 मंजिला इमारत में होंगे। इसमें परिवहन भवन और श्रम शक्ति भवन का ऑफिस एक साथ होगा।
नए भवन में आधुनिक सुविधाएं, कनेक्टिविटी और कैंटीन, बैंक आदि जैसी कल्याणकारी सुविधाएं भी होंगी। इन भवनों को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि वहां पहले से मौजूद पेड़-पौधों को नुकसान ना हो। अधिकारियों ने बताया कि 5.08 लाख वर्ग फुट के निर्मित क्षेत्र के साथ तेरह कार्यालयों को अफ्रीका एवेन्यू में स्थानांतरित किया जा रहा है।