2000 हजार रुपये के नोट बदलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। RBI ने कहा था कि 23 मई से लोग बैंक में जा अपने 2000 के नोट बदलवा पाएंगे, उसी कड़ी में मंगलवार से ये काम शुरू हो गया है। लेकिन पहले ही दिन लोगों को जिस तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिस तरह से तपती गर्मी में लंबी कतारों में खड़ा रहना पड़ा, आगे की राह भी आसान नहीं रहने वाली।

पहले दिन क्या चुनौतियां सामने आईं?

असल में मंगलवार को लोगों में अलग ही तरह का पैनिक देखने को मिला। RBI ने महीने जरूर चार दिए हैं, लेकिन लोगों में पहले ही दिन नोट बदलने की होड़ दिखी। दिल्ली के कई बैंकों के बाहर लोगों की लंबी कतारें रहीं, कई ऐसे भी बैंक सामने आए जिन्होंने लोगों से नोट बदलने के लिए ID प्रूफ मांगे। RBI ने साफ कहा था कि नोट बदलने के लिए किसी भी तरह की आईडी की जरूरत नहीं पड़ेगी, लेकिन कई लोगों ने शिकायत की कि उनके नोट ही नहीं बदले गए। कारण ये रहा कि वे कोई आईडी प्रूफ नहीं दिखा पाए।

बैंक दर बैंक बदल रहे नियम

एनडीटीवी ने कुछ बैंकों से बात की थी तो पता चला कि हर जगह अपने कायदे कानून चल रहे हैं। कोई बैंक सिर्फ उन लोगों से आईडी प्रूफ मांग रहा है जिनका उस ब्रांच में खाता नहीं है तो कुछ दूसरे कागज मांग रहे हैं। कोटल बैंक ने कहा है कि जिनका खाता नहीं है, उन्हें नोट बदलने वक्त अपनी आईडी दिखानी होगी। एक्सिस, येस बैंक और बैंक ऑफ बरोडा का कहना है कि उन्होंने किसी ग्राहक से कोई आईनी नहीं मांगी। वहीं ICICI और HDFC ने साफ कहा है कि नोट बदलने के दौरान सभी ग्राहकों को एक फॉर्म भरना होगा, आईडी प्रूफ की जरूरत नहीं पड़ेगी।

कई बैंक सिर्फ डिपॉजिट करने पर दे रहे जोर

अब एक तरफ तो 2000 रुपये के नोट बदलने में दिक्कतें रहीं, तो पहले दिन कई लोगों ने शिकायत की कि बैंक द्वारा पैसे डिपॉजिट करने के लिए कहा जा रहा है। यानी कि अगर कोई एक्सचेंज के इरादे से बैंक आ रहा है तो उसे भी 2000 रुपये के नोट सिर्फ डिपॉजिट करने लिए कहा जा रहा है। वैसे RBI ने कहा है कि चार महीने तक आराम से 200 बदले जा सकते हैं, लेकिन लोग किसी भी तरह का झंझट नहीं चाहते, ऐसे में जल्द से जल्द इस गुलाबी नोट से मुक्ति के प्रयास में लगे हुए हैं।

अब बैंकों में तो लोगों को तरह-तरह की चुनौतियों का सामना करना ही पड़ा है, देश के कई ऐसे पेट्रोल पंप भी सामने आए हैं जो 2000 का नोट स्वीकार ही नहीं कर रहे हैं, उनकी तरफ से लेने से साफ इनकार कर दिया गया है। कई लोग बता रहे हैं कि पेट्रोल पंप पर अब सिर्फ डिजिटल ट्रांजैक्शन पर जोर दिया जा रहा है। अब यहां समझने वाली बात ये है कि आरबीआई ने अपने आदेश में साफ कहा है कि 2000 रुपये के नोट अभी भी लीगल टेंडर हैं और आगे भी रहने वाले हैं, ऐसे में कोई भी ये नोट लेने से मना नहीं कर सकता। वैसे पहले दिन लोगों में काफी कन्फ्यूजन देखने को मिला, कई में नियमों का आभाव रहा तो कई काफी कुछ जानते ही नहीं थे। ऐसे में सभी सवालों के जवाब यहां जान लीजिए-

क्या 2000 रुपये के नोट से अब कोई खरीदारी नहीं हो पाएगी?

जवाब– आप बिल्कुल 2000 रुपये के नोट से अभी भी खरीदारी कर सकते हैं, जैसे पहले करते थे। यहां ये समझना जरूरी है कि नोट पर कोई बैन नहीं लगा दिया गया है। ये आज भी लीगल टैंडर है।

30 सितंबर के बाद 2000 रुपये के नोट का क्या होगा?

जवाब- 30 सितंबर के बाद भी 2000 रुपये का नोट लीगल टेंडर रहेगा। अभी के लिए RBI का तर्क ये है कि चार महीने के भीतर ज्यादातर 2000 रुपये के नोट बैंकों में वापस आ जाएंगे। इसे लेकर आगे और भी विस्तृत गाइडलाइन जारी की जा सकती है।

क्या सारे 2000 रुपये के नोट एक साथ बैंक बदल देगा?

जवाब– आप एक साथ सारे नोट नहीं बदल सकते हैं। एक लिमिट तय कर दी गई है, एक बार में उतने ही नोट जमा कर पाएंगे। एक बार में बैंक में सिर्फ 2000 रुपये के 10 ही नोट जमा कर सकते हैं, यानी कि 20 हजार रुपये ही आपको मिलेंगे।

क्या किसी भी बैंक से 2000 रुपये के नोट एक्सचेंज किए जा सकते हैं?

जवाब– हां, आप किसी भी बैंक की ब्रांच से अपने नोट बदल सकते हैं। लिमिट वहीं 20 हजार रुपये रहने वाली है।

क्या नोट बदलने के लिए बैंक को कोई पैसा देना पड़ेगा?

जवाब– नहीं, पैसे बदलने के लिए आपसे कोई भी शुल्क नहीं वसूल सकता है। ये एकदम फ्री है, आप सीधे बैंक जाएं और नियमों के मुताबिक अपने पैसे एक्सचेंज करवा सकते हैं।