बॉडी को जवान और खूबसूरत बनाने के लिए लोग खाने-पीने पर पाबंदी तक लगाना शुरु कर देते हैं। हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें वीगन लाइफस्टाइल फॉलो और प्रमोट करने वाली एक रूसी इन्फ्लुएंसर झन्ना सैमसोनोवा की मौत हो गई। मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक इनकी मौत की वजह भूख और कुपोषण को माना गया है। माना जा रहा है कि झन्ना 4 सालों से शाकाहारी कच्चे भोजन का सेवन कर रही थी जिसकी वजह से उनकी बॉडी में जरूरी पोषक तत्वों की कमी हो गई और उनकी मौत हो गई। झन्ना की डाइट की बात करें तो वो डाइट में सिर्फ फल,सूरजमुखी के बीज के अंकुर, फलों की स्मूदी और जूस का सेवन करती थीं जिनकी 39 साल की उम्र में भूख से मृत्यु हो गई।
उसकी मां ने सैमसोनोवा की मृत्यु का कारण हैजा जैसा संक्रमण बताया है। अब सवाल ये उठता है क्या सचमुच वेगन डाइट किसी की मौत का कारण बन सकती है। क्या कच्चे फल और सब्जियों का सेवन बॉडी को बीमार बना सकता है। आइए जानते हैं इस डाइट से जुड़े हर पहलु के बारे में।
वेगन फूड्स का सेहत पर असर
आयुर्वेद के अनुसार कच्चे फूड्स का सेवन सेहत के लिए बेहतर नहीं हो सकता। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट के मुताबिक फल,नट्स और सलाद जैसे कुछ खाद्य पदार्थ हैं जिनका कच्चा सेवन किया जा सकता है। एक्सपर्ट के मुताबिक सभी तरह की सब्जियों का कच्चा सेवन सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। रक्त के प्रवाह को बढ़ाने और पाचन प्रक्रिया में सुधार करने के लिए सब्जियों का सेवन पकाकर करना जरूरी है। पका हुआ भोजन पेट में आसानी से टूट जाता है और पोषक तत्व शरीर द्वारा ठीक से अवशोषित हो जाते हैं। इन फूड्स को खाने से वो असानी से पच जाते हैं।
गैस्ट्रो लिवर हॉस्पिटल कानपुर में डॉक्टर वी के मिश्रा के मुताबिक पिछले कुछ सालों में वेगन डाइट को लोकप्रियता हासिल हुई है। कच्चा शाकाहारी भोजन में मुख्य रूप से कच्चे या कम से कम गर्म किए गए प्लांट बेस्ड फल,सब्जियां,मेवे,बीज,अंकुरित अनाज और फलियां शामिल हैं। इन फूड्स को भिगोकर,अंकुरित करके,मिक्स करके खाया जाता है। इस डाइट को फॉलो करने वाले लोगों का मानना है कि कच्चे खाद्य पदार्थ पके हुए खाद्य पदार्थों की तुलना में अधिक पौष्टिक होते हैं। इन फूड्स का सेवन करने से वजन घटाने, दिल की सेहत में सुधार करने और डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि कच्चे फूड्स का सेवन करने से बॉडी में कम वसा जमा होती है और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल होता है।
कच्चे फूड्स से सेहत को होने वाले नुकसान
डॉक्टर वी के मिश्रा के मुताबिक वेगन डाइट का लम्बे समय तक लगातार सेवन करने से बॉडी में विटामिन बी 12, विटामिन डी, सेलेनियम, जिंक, आयरन और कुछ ओमेगा -3 फैटी एसिड जैसे आवश्यक पोषक तत्वों की कमी हो सकती है। बॉडी में पोषक तत्वों की कमी आपको कई बीमारियों का शिकार बना सकती है। हालांकि कई रिसर्च में ये साबित हो चुका है कि कुछ कच्चे फूड्स जैसे ब्रुसेल्स स्प्राउट्स और लाल गोभी पके हुए फूड्स की तुलना में सेहत के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं। इन फूड्स में 22 फीसद तक थायमिन कम हो जाता है जो नर्वस सिस्टम को हेल्दी रखता है। वेगन डाइट का सेवन आपके दिमाग को प्रभाविक कर सकता है।
दूसरी तरफ पकी हुई सब्जियां शरीर को अधिक एंटीऑक्सीडेंट प्रदान कर सकती हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक सभी आवश्यक पोषक तत्वों की प्राप्ति के लिए संतुलित भोजन करना जरूरी है। आप वेगन डाइट को अपनाने से पहले डायटीशियन से जरूर सलाह लें।