उत्तर प्रदेश में चुनाव को देखते हुए विरोधी दल लगातार सत्तारूढ़ बीजेपी पर निशाना साध रहे हैं। अखिलेश यादव ने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘योगी सरकार के कारण यूपी की छवि दुनियाभर में खराब हुई है। क्योंकि यहां कानून-व्यवस्था हद से ज्यादा खराब हो गई है।’ योगी आदित्यनाथ ने इसका जवाब दिया था, ‘सरकार के पास किसी भी अपराध के मामले में जब भी प्रमाण होंगे वह कठोरता के साथ कार्रवाई करेगी और ऐसा पहली बार हो रहा है इसलिए समाजवादी पार्टी को खास दिक्कत हो रही है।’ इस बीच योगी आदित्यनाथ का एक पुराना इंटरव्यू वायरल हो रहा है।
‘ABP न्यूज़’ के इस इंटरव्यू में योगी आदित्यनाथ से पूछा जाता है, ‘पुलिस मुठभेड़ होती है तो उसकी पूरी कहानी आपने पढ़ी है? एक आया, गोली चली और दूसरे के पांव में गोली लग गई। सभी एनकाउंट की कहानी आपस में मिलती-जुलती लगती है कि नहीं आपको?’ सीएम योगी ने इसका जवाब दिया था, ‘मुझे एक बात बताइए आप। क्या आपको ये लगता है कि जितने एनकाउंटर हुए वो सभी फेक हैं? मैं दो-चार की बात नहीं कर रहा हूं। मेरी सरकार में साढ़े बारह सौ से ज्यादा एनकाउंटर हुए हैं, आप एक को भी फेक साबित कर दें।’
कितने एनकाउंटर हुए? गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शपथ लेने के बाद कहा था कि अपराधी या तो जेल में होंगे या प्रदेश के बाहर। ‘न्यूज़18’ की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार के करीब साढ़े चार वर्ष के कार्यक्रम में 150 से अधिक अपराधियों को पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर किया गया। इसके साथ ही गैंगस्टर एक्ट में 3700 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इतना ही नहीं 550 से अधिक अभियुक्तों पर एनएसए के तहत सख्त कार्रवाई की गई। प्रदेश सरकार ने माफिया की काली कमाई से अर्जित 1,500 करोड़ रुपए से अधिक सम्पत्ति को भी जब्त किया।
अखिलेश यादव का तंज: हालांकि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस पर कहा था, देश के अपराधी भी अब समझ गए हैं कि मुख्यमंत्री जो कहते हैं उस पर अमल करने वाले नहीं है। प्रदेश से बाहर गए अपराधी वापस आ गए हैं। वे बेधड़क आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे है। उन्हें न खाकी का डर रह गया है और न ही खादी का। यूपी को बीजेपी राज में अपराधी प्रदेश बनने की बदनामी उठानी पड़ रही है। ऐसा एक बार नहीं पहले ही कई बार हो चुका है। बीजेपी के संरक्षण में अपराधी पनप रहे हैं।’