Post Workout Routine: आज के इस अनहेल्दी लाइफस्टाइल में स्वस्थ रहने के लिए भी मेहनत करने की आवश्यकता होती है। शारीरिक असक्रियता न केवल लोगों का वजन बढ़ाती है, बल्कि कई बीमारियों का खतरा भी इस कारण बढ़ जाता है। मोटापा कम करने के लोग अथक प्रयास करते हैं ताकि वो एक हेल्दी जीवन गुजार सकें। स्वास्थ्य की दृष्टि से अधिक वजन होना शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। साथ ही, मोटापा लोगों की पर्सनैलिटी को भी आसानी से उभरने नहीं देता है। वजन कम करने के लिए वर्क आउट यानी कि एक्सरसाइज एक बेहतर विकल्प हो सकता है। पर इस बात का ध्यान रखें कि वर्क आउट के साथ ही वर्क आउट के बाद का समय भी जरूरी है, जिससे कि अधिक थकावट न हो। ऐसे में इन 4 बातों का ख्याल अवश्य रखें –
खूब पीयें पानी: शरीर में ऊर्जा बनी रहे इसके लिए जरूरी है कि बॉडी में पर्याप्त मात्रा में पानी मौजूद हो। जब लोग लगातार जिम में वर्क आउट कर पसीना बहाते हैं तो उससे बॉडी से पानी की खपत होती है। इसकी भरपाई के लिए एक्सरसाइज के बाद 2 से 3 गिलास पानी पीना आवश्यक है, इससे डिहाइड्रेशन नहीं होता है। इसके साथ, कोशिश करें कि ग्लूकोज या फिर ओआरएस का घोल पी लें। वर्क आउट के दौरान जो शरीर से पोषक तत्व निकलें है, इन्हें पीने से उनकी भी पूर्ति हो जाएगी। शरीर में फ्लूइड लेवल को मेंटेन रखने से मांसपेशियां मजबूत होती हैं।
हेल्दी नाश्ते से बढ़ाएं ताकत: एक्सरसाइज से पहले आप नाश्ता करें या नहीं, लेकिन वर्क आउट के बाद नाश्ता करना बहुत जरूरी है। इससे सेल्स रिपेयर हो जाते हैं। एक्सरसाइज करने के 45 मिनट के अंदर आपको कुछ स्वास्थ्य से भरपूर नाश्ता कर लेना चाहिए। भोजन ये सुनिश्चित करता है कि व्यायाम के दौरान मांसपेशियों में खिंचाव या किसी प्रकार की चोट न आए। खाने में इस समय प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट अधिक लें क्योंकि ये एनर्जी के बेहतरीन स्रोत माने जाते हैं।
स्ट्रेचिंग करना न भूलें: पोस्ट वर्क आउट रूटीन में स्ट्रेचिंग को शामिल करना भी जरूरी है। व्यायाम के बाद की स्ट्रेचिंग थोड़ी आरामदायक होनी चाहिए। इस समय स्ट्रेचिंग करने से फ्लेक्सिबिलिटी बेहतर होती है। साथ ही इससे मांसपेशियों में तनाव भी कम पड़ता है।
शावर है जरूरी: हैवी वर्क आउट के बाद थकान होना आम है, ऐसे में लोगों को सीधे अपने बिस्तर पर लेटने का मन करता है। पर ऐसा करने से पूरी मेहनत पर पानी फिर सकता है। ऐसे में रिलैक्स करने के लिए शावर से बेहतर जरिया और क्या हो सकता है। गर्मियों में ठंडे और ठंड में गर्म पानी से नहाने शरीर को आराम मिलता है। साथ ही मस्कुलर टेंशन भी कम होती है।