सर्दियों में बच्चों की स्किन बहुत ड्राई हो जाती हैं। ड्राईनेस की वजह से उनकी त्वचा पर एलर्जी और रैशेज हो जाते हैं, जिसकी वजह से बच्चों को खुजली की समस्या होती है। ज्यादा कपड़े पहनने की वजह से वह अनकंफरटेबल महसूस करते हैं। इसीलिए पैरेंट्स होने के नाते हमारी जिम्मेदारी है कि उनके स्किन का खास ख्याल रखें, जिससे उनकी त्वचा मुलायम बनी रहे। स्किन केयर के तहत 3 बातें ध्यान रखनी चाहिए- मसाज, बाथ और मॉश्चराइजिंग। तो आइए जानते हैं कि सर्दियों के मौसम में हर किस तरह से शिशु की त्वचा का ख्याल रख सकते हैं।

मसाज करें: बहुत से ऐसे लोगों का मानना है कि सर्दियों में बेबी का डेली मसाज करना ठीक नहीं है। लेकिन ऐसी बात नहीं है, रोजाना मालिश करने से बच्चे का ब्लड सर्कुलेशन ठीक हो जाता है। जब ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है तो शरीर में अगर कफ जमा हो रहा है तो वह रोज का रोज निकलता जाता है। बच्चे की मसाज करते समय इस बात का ध्यान रखें कि कमरे का तापमान 28℃ से 32℃ के बीच होना चाहिएं। हल्के गर्म कमरे में ही बच्चों की मसाज करें। शरीर पर बादाम के तेल से मालिश करें और ज्यादा से ज्यादा 5 से 7 मिनट तक ही मसाज करें।

बच्चों को कैसे नहलाएं: बड़ों की तरह बच्चों को भी रोज नहलाएं। अधिक कपड़े पहनने की वजह से पसीने के कारण त्वचा के पोर्स बंद हो जाते हैं। नहाने से बंद हुए छिद्रों को खुलने में मदद मिलती है। बॉडी के पोर खुलने से बच्चे फ्रेश महसूस करेंगे। सर्दियों में 5 मिनट से ज्यादा बच्चों को न नहलाएं। गुनगुने पानी से ही स्नान कराएं। नहाने के बाद तुरंत मॉश्चराइजिंग क्रीम लगाकर कपड़े पहनाएं। अगर बहुत ठंड है और बच्चे को नहीं नहला सकते तो हल्के गर्म पानी में तौलिया भिगोकर शरीर को साफ करें।

बेबी की स्किन को नमी कैसे दें: मॉश्चराइजिंग, जो है स्किन का सबसे महत्वपूर्ण भाग है। ठंडी हवा के चलते शरीर से नमी खत्म होने लगती है। इसके लिए बहुत जरूरी है कि बच्चे के शरीर को समय- समय पर मॉश्चराइज करना चाहिए। कम से कम 3 से 4 बार मॉश्चराइज करें। ड्राई स्किन पर सीधा मॉश्चराइजर न लगाएं, इससे पहले बॉडी को हल्का गीला होना चाहिए। इसके लिए हल्का गीला गर्म टॉवल लेकर बॉडी को क्लीन करके उसके ऊपर मॉश्चराइजर लगाएं।