देश और दुनिया में हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों की तादाद बढ़ रही है। हाई ब्लड प्रेशर एक ऐसी क्रॉनिक बीमारी है जो तनाव, खराब डाइट और बिगड़ते लाइफस्टाइल की वजह से पनपती है। ब्लड प्रेशर का कम और ज्यादा होना काफी हद तक बॉडी एक्टिविटी पर भी निर्भर करता है। अगर ब्लड प्रेशर लम्बे समय तक बढ़ा रहे तो ये कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। साइलेंट किलर के नाम से मशहूर इस बीमारी को अगर कंट्रोल नहीं किया जाए तो स्ट्रॉक होने का खतरा बढ़ सकता है।
हाई ब्लड प्रेशर किडनी, लंग्स और दिल का रोगी भी बना सकता है। हाई ब्लड प्रेशर के लक्षणों की बात करें तो मरीज को घबराहट, बेचैनी होना, हाथ-पैरों में झुनझुनी होना, पसीना आना, सिर में दर्द होने जैसे लक्षण दिखते हैं । लेकिन आप जानते हैं कि जिन लोगों का बीपी हाई रहता है उन्हें दिन में ज्यादा थकान और नींद भी आती है। हाई ब्लड प्रेशर के मरीज में थकान और नींद का आना गंभीर बीमारी होने के संकेत हो सकते हैं। आइए जानते हैं कि हाई बीपी के मरीजों के लिए दिन में थकान और नींद आना किस परेशानी के संकेत है? ऐसी स्थिति को कैसे कंट्रोल करें।
हाई बीपी के मरीजों के लिए दिन में थकान और नींद आना किस परेशानी के संकेत है?
दिन में ज्यादा नींद आना या फिर थकान होना कभी-कभी हाई ब्लड प्रेशर से भी जुड़ा होता है। जिन लोगों का बीपी हाई रहता है और उन्हें ज्यादा नींद और थकान रहती है तो यह परेशानी दिल से संबंधित बीमारियों के लिए चेतावनी संकेत है। हाई ब्लड प्रेशर की वजह से मरीज की नींद में गड़बड़ी भी हो सकती है।
तनाव हार्मोन परिवर्तन का कारण बनता है जो हाई बीपी के लिए जिम्मेदार है। यदि तनाव पुराना है तो यह ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है। हाई बीपी थकान को बढ़ाने में असरदार होता है। अमेरिकन साइकोलॉजिकल एसोसिएशन की रिपोर्ट के मुताबिक तनाव नींद के पैटर्न को बिगाड़ सकता है, हार्मोन असंतुलन को ट्रिगर कर सकता है और ब्रेन की कैमिस्ट्री को बिगाड़ सकता है। ये सभी परिवर्तन थकान का कारण बन सकते हैं।
हाई ब्लड प्रेशर का इलाज कैसे करें:
- नारायणा हेल्थ के मुताबिक हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए आप दवाईयों का सेवन करें। लाइफस्टाइल में बदलाव करें।
- हाई बीपी के मरीज ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए डाइट में नमक का सेवन कम करें। कम सोडियम का सेवन स्टेज 1 हाई ब्लड प्रेशर में बेहद मददगार है।
- वजन कम करें। बढ़ता वजन इस बीमारी के जोखिम को बढ़ा सकता है।
- अल्कोहल का सेवन कम करें। नशीले पदार्थों से परहेज करने से ब्लड प्रेशर में 2–4 mm Hg की कमी हो सकती है।
- योग, प्राणायाम और व्यायाम जैसी एक्सरसाइज बीपी को नॉर्मल रखने में असरदार साबित होता है।