डायबिटीज के मरीजों के लिए ब्लड शुगर को कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए डाइट पर कंट्रोल करना,बॉडी को एक्टिव रखना, तनाव से दूर रहना और स्मोकिंग जैसी खराब आदत को दूर करना बेहद जरूरी है। डायबिटीज मरीज अगर अपनी लाइफ में इन ये बदलाव नहीं करेंगे तो परेशानी बढ़ सकती है। स्मोकिंग की आदत किसी के लिए भी स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकती है।
पोषण विशेषज्ञ अंजलि मुखर्जी (Anjali Mukerjee, a nutritionist) ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में समझाया कि डायबिटीज के मरीजों के लिए स्मोकिंग (Smoking)के साथ डायबिटीज को कंट्रोल करना मुश्किल हो सकता है। क्योंकि निकोटिन आपके शरीर को इंसुलिन के लिए और भी प्रतिरोधी (more resistant)बनाता है और आपके ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ाता है। स्मोकिंग की आदत डायबिटीज के जोखिम को बढ़ा देती है। स्मोकिंग की आदत डायबिटीज के मरीजों के लिए किडनी की बीमारी का खतरा पैदा कर सकती है।
अपने पोस्ट में, पोषण विशेषज्ञ (nutritionist)ने कहा कि कई रिसर्च से पता चला है कि सिगरेट पीने (smoking cigarettes)और तम्बाकू का सेवन (consuming tobacco)करने से डायबिटीज मरीजों में उनकी धमनियों (arteries)को सख्त करके नुकसान को दोगुना कर देती है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि धूम्रपान करने वाले मधुमेह रोगियों को हृदय की समस्याएं(heart problems),किडनी की बीमारी (kidney disease),आंखों की शिकायत (eye complaints)होने का खतरा होता है, और उनकी मौजूदा जटिलताएं भी बिगड़ सकती हैं। आइए जानते हैं कि डायबिटीज कैसे बीमारियों का खतरा बढ़ा देती है और उसे कैसे कंट्रोल करें।
डायबिटीज के मरीजों के लिए स्मोकिंग कैसे खतरा बनती है रिसर्च में हुआ खुलासा
मुखर्जी ने लिखा, “अमेरिकन जर्नल ऑफ मेडिसिन एंड डायबिटीज (American Journal of Medicine and Diabetes) में प्रकाशित शोध के मुताबिक डायबिटीज की बीमारी में स्मोकिंग करने से ग्लूकोज का स्तर बिगड़ने लगता है। फॉस्टिंग ब्लड शुगर बढ़ने का खतरा अधिक रहता है। एक्सपर्ट के मुताबिक धूम्रपान करने (smokers) वालों में धूम्रपान न करने वालों की तुलना में टाइप -2 डायबिटीज विकसित होने का 44 प्रतिशत तक अधिक जोखिम होता है।
डायबिटीज को कैसे कंट्रोल करें: (How to control diabetes)
- डायबिटीज के मरीज नाश्ते को स्किप नहीं करें। सुबह नाश्ता करने की आदत डाले। नाश्ता नहीं करने से ब्लड शुगर बढ़ने का खतरा अधिक रहता है।
- पानी का अधिक सेवन करें। पानी का अधिक सेवन करने से बढ़ी हुई शुगर यूरीन के जरिए बॉडी से बाहर निकल जाएगी। रोज सुबह उठने के बाद दो ग्लास गुनगुना पानी पीएं।
- ब्लड शुगर लेवल की रेगुलर जांच करें।
- बॉडी को एक्टिव रखें। बॉडी एक्टिव रखने के लिए रोजाना 40 मिनट तक वॉक और एक्सरसाइज करें।