best time to consume juice: फलों और जूस का सेवन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। फलों के जूस में संपूर्ण पोषक तत्व मौजूद रहते हैं, इसलिए अधिकांश लोग शरीर में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने के लिए जूस पीते हैं। जूस का लगातार सेवन करने से कई बीमारियों से बचा जा सकता है। फलों का सेवन करने से बॉडी हाइड्रेट रहती है और पेट भरा रहता है। फल और जूस का सेवन मोटापा को कंट्रोल करने में बेहद असरदार साबित होता है।

न्यूट्रिशनिस्ट और डायबेटिक एजुकेटर डॉ अर्चना बत्रा ने बताया कि जूस का नियमित सेवन हार्ट डिजीज, टाइप 2 डायबिटीज, कैंसर और मोटापा जैसी समस्याओं से होने वाली मौत को कम कर सकता है। हालांकि जूस पीना अधिकांश लोग पसंद करते हैं लेकिन हर समय मन में यह कंफ्यूजन रहता है कि जूस पीने का सही समय क्या है। कुछ लोग इसे सुबह-सुबह पीना पसंद करते हैं तो कुछ दोपहर में जबकि कुछ लोग रात को जूस पीना पसंद करते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि जूस पीने का सही समय क्या है।

फ्रूट जूस लेने का सही समय:

डॉ बत्रा कहती हैं कि फ्रूट जूस में हाई एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो बॉडी में फ्री रेडिकल्स नहीं बनने देते जिससे बॉडी में इंफ्लामेशन नहीं होता। कुछ फ्रूट जूस कब्ज की समस्या से छुटकारा दिलाते हैं। वहीं क्रेनबेरी जूस से पेशाब संबंधी समस्याएं दूर होती है। डॉ बत्रा ने बताया कि फ्रूट और फ्रूट जूस काफी हेल्दी डाइट है लेकिन इसमें मौजूद पोषक तत्व की अधिकतम प्राप्ति के लिए हिसाब से इसका सेवन करना पड़ता है।

क्योंकि फ्रूट जूस में बहुत अधिक शुगर होती है जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ने का खतरा रहता है। इससे वेट गेन भी हो सकता है। चूंकि जूस में से छिलका निकल जाता है इसलिए इसमें फाइबर भी बहुत कम हो जाता है, इसलिए इसका सेवन हिसाब से करना ही ठीक है। ऐसे में रोजाना फ्रूट जूस का सेवन करना सही नहीं है। डॉ बत्रा कहती हैं कि फ्रूट जूस का सेवन दिन के पहले हाफ यानी दोपहर से पहले करना ठीक रहता है क्योंकि इससे काफी एनर्जी मिलती है और दिन भर काम करने के लिए यह एनर्जी इस्तेमाल होती है।

फलों का कब सेवन करना चाहिए:

डॉ बत्रा कहती हैं कि हमेशा ताजे फलों का सेवन करना चाहिए, इसमें पोषक तत्व भरपूर होते हैं और इसका टेस्ट भी बहुत अच्छा रहता है। फल में भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है जो डाइजेस्टिव सिस्टम को मजबूत करता है। फलों में मौजूद पल्प स्किन के लिए बहुत शानदार चीज है। यह कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी कम करता है और ब्लड शुगर लेवल को नीचे लाने में मदद करता है।

डॉ बत्रा कहती हैं कि जब आप समूचा फल खाते हैं तो इसमें मौजूद डाइट्री फाइबर के साथ शुगर बंधा हुआ रहता है जो शरीर से बाहर निकल जाता है। अगर आप वेट लॉस करना चाहते हैं तो भोजन के बीच में फ्रूट का सेवन करें। इसमें मौजूद फाइबर आपको जल्दी भूख नहीं लगने देगा, लेकिन सोने से पहले फ्रूट का सेवन हानिकारक हो सकता है। इससे ब्लड शुगर भी बढ़ सकती है।