वॉक करना एक ऐसी सिंपल एक्सरसाइज है जिसके सेहत के लिए बेहद फायदे हैं। वॉक करने से ना सिर्फ कई बीमारियों का जोखिम कम होता है बल्कि हृदय रोग, स्ट्रोक, हाई ब्लड प्रेशर,कैंसर और टाइप 2 डायबिटीज जैसी क्रॉनिक बीमारियों को मेनेज करने में भी मदद मिलती है। वॉक करने से याददाश्त में सुधार होता है और मन ठीक रहता है। वॉक एक ऐसी एक्सरसाइज है जिसे आसानी से अपनी डेलीरूटीन में शामिल किया जा सकता है।

सबसे सरल व्यायामों में से एक वॉक के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि इसे आसानी से आपकी डेली रूटीन में शामिल किया जा सकता है। वॉक दो तरीके से की जाती है एक नॉर्मल वॉक तो दूसरी ट्रेडमिल पर जॉगिंग करके। हालांकि वॉक करने के ये दोनों तरीके सेहत के लिए फायदेमंद हैं, लेकिन ये प्रकृति में समान नहीं हैं।

न्यूट्रिशन और वेलनेस कंसल्टेंट नेहा सहाया ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा किया है जिसमें बताया है कि बाहर घूमना ट्रेडमिल पर चलने से कैसे अलग है। हालांकि ट्रेडमिल पर चलने और बाहर चलने दोनों में एक ही मूल गति शामिल होती है। एक्सपर्ट ने लिखा है कि दोनों वॉक में कुछ महत्वपूर्ण अंतर होते हैं जो आपके द्वारा प्राप्त परिणामों को प्रभावित कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि वॉक और ट्रेडमिल पर दौड़ना दोनों में से क्या बेहतर है।

हवा के प्रतिरोध की कमी:

जब आप बाहर चलते हैं तो आपको हवा के खिलाफ धक्का देना पड़ता है, जो आपके वर्कआउट को और अधिक चुनौतीपूर्ण बना सकता है और अधिक कैलोरी बर्न कर सकता है। नॉर्मल वॉक आपका वजन कम करने में बेहद असरदार साबित होती है। ट्रेडमिल पर हवा का कोई प्रतिरोध नहीं होता है इसलिए हो सकता है कि आपकी कसरत उतनी तीव्र गति की नहीं हो।

वॉक करने से रास्ते में होता है बदलाव:

बाहर चलने में आम तौर पर ट्रेडमिल की तुलना में इलाके में बदलाव होता हैं। ट्रेडमिल एक सपाट और समान सतह है। अगर आप पहाड़ियों या फिर असमान जगहों पर वॉक करते हैं तो विभिन्न मांसपेशियों को अधिक कसरत करना पड़ती है।

नेचुरल और आर्टिफिशियल मूवमेंट दोनों में सबसे बड़ा अंतर:

बाहर घूमने में नेचुरल मूवमेंट पैटर्न शामिल होता हैं, जिसमें कदमों की लंबाई, ताल और पैरों की स्थिति में मामूली बदलाव शामिल हैं। जबकि ट्रेडमिल की सपाट और सुसंगत सतह आर्टिफिशियल मूवमेंट पैटर्न को जन्म दे सकती है जिसमें कई मांसपेशियां शामिल नहीं हो सकती।

मनोवैज्ञानिक कारक:

बहुत से लोग ट्रेडमिल का उपयोग करने की तुलना में बाहर घूमना अधिक फायदेमंद महसूस करते हैं और इंज्वाय भी करते हैं। नेचुरल सीन मानसिक स्थिति में सुधार करते हैं। ट्रेडमिल पर इस तरह का कोई मानसिक सुख हासिल नहीं हो सकता ।

मशील पर वॉक करने से कैलोरी बर्न करने का पता आसानी से चलता है:

ट्रेडमिल में सब कुछ कैलिब्रेट होता है यानी आपने कितनी दूरी तय की है, कितने समय रनिंग की है, कितनी कैलोरी बर्न की है, ये सब हर मशीन में अलग-अलग तरह से कैलिब्रेट होता है। इसलिए अलग-अलग मशीन पर रनिंग करने या बाहर घूमने की तुलना ट्रेडमिल से नहीं कर सकते क्योंकि सब अलग-अलग तरह से सेट होता है।

क्या बेहतर है – बाहर वॉक करना या ट्रेडमिल पर दौड़ना?

बाहर घूमने और ट्रेडमिल पर चलने दोनों के अपने फायदे हैं। बाहर वॉक करके आप कुदरती सुकून और ताजी हवा में सुकून की सांस लेते हैं। कुदरती महौल मन को शांत करता है और तनाव को कम करता है। दूसरी ओर ट्रेडमिल पर चलना अधिक नियंत्रित और सुरक्षित वातावरण प्रदान करता है जब आपके लिए बाहर वॉक करना संभव नहीं होता।