क्या आप भी हर समय थके-थके रहते हैं? थकान इतनी ज्यादा रहती है कि आप आराम कर लें तब भी थकान दूर नहीं होती। हर दम थका-थका महसूस करने के कई कारण हो सकते हैं, फोलेट की कमी उनमें से एक है। अब सवाल यह है कि वास्तव में फोलेट की कमी क्या है? फोलेट एक प्रकार का विटामिन बी है जो डीएनए बनाने और रेड ब्लड सेल्स के निर्माण में सहायक होता है। फोलेट जिसे विटामिन बी9 भी कहा जाता है। ये ऊर्जा उत्पादन और शरीर के कामकाज के लिए महत्वपूर्ण है। फोलेट की कमी तब होती है जब बॉडी को इस जरूरी पोषक तत्व की पर्याप्त मात्रा नहीं मिलती है। अगर बॉडी में इसकी कमी हो जाए तो एनीमिया, जन्मजात विकलांगता और दिल के रोगों का खतरा अधिक हो सकता है।
healthcareontime की खबर के मुताबिक बॉडी में फोलेट की कमी होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे खराब डाइट जिसमें फोलिक एसिड शामिल नहीं हो,कुछ चिकित्सा स्थितियां,लंबे समय तक शराब का सेवन,कुछ दवाओं का लम्बे समय तक सेवन करना, गर्भावस्था और स्तनपान कराने के दौरान महिलाओं में फोलिक एसिड की कमी हो सकती है। बॉडी में इसकी कमी होने पर उसके लक्षण दिखने लगते हैं। अगर समय पर लक्षणों की पहचान कर ली जाए तो स्थिति को बिगड़ने से रोका जा सकता है।
Healthline.com के अनुसार लक्षणों में सुधार के लिए व्यक्ति को फोलेट से भरपूर डाइट का सेवन करना चाहिए। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार वयस्कों के लिए प्रतिदिन फोलेट की मात्रा 400 माइक्रोग्राम प्रति दिन है। हालांकि, गर्भवती महिलाओं को उनकी उम्र के आधार पर प्रति दिन 600-800 एमसीजी का सेवन करने की आवश्यकता होती है। आइए जानते हैं बॉडी में फॉलेट की कमी होने के कौन-कौन से लक्षण हैं।
Healthline.com के अनुसार फोलेट की कमी से एनीमिया हो सकता है। एनीमिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें आपके पास बहुत कम आरबीसी होते हैं। एनीमिया की वजह से ऊतकों में ऑक्सीजन की कमी हो सकती है, क्योंकि लाल रक्त कोशिकाएं ऑक्सीजन ले जाती हैं, इससे उनका काम प्रभावित हो सकता है।
- बॉडी में फोलेट की कमी होने से पाचन बिगड़ सकता है। दस्त,मतली और उल्टी जैसी शिकायत हो सकती है।
- प्रेग्नेंसी के दौरान फोलेट की कमी होने से बच्चे की जान को खतरा हो सकता है।
- फोलेट की कमी होने से मूड में बदलाव,उदासी और अवसाद जैसी स्थिति पैदा हो सकती है।
- फोलिक एसिड का कम होना दिल के रोगों का खतरा बढ़ा सकता है।
- फोलेट या बी 9 की कमी होने पर इसका असर याददाश्त पर भी दिखता है। ये डिमेंशिया का खतरा बढ़ा सकता है।
- जीभ पर छाले और उसमें दर्द होना भी फोलेक एसिड की कमी के लक्षण हो सकते हैं।
- विटामिन बी9 की कमी से कोलन, ब्रेस्ट और पैंक्रियाटिक कैंसर का जोखिम बढ़ सकता है।
- फोलेट की कमी होने से इम्युनिटी कमजोर हो सकती है जिससे संक्रमण का खतरा अधिक हो सकता है।