सर्दी का मौसम आते है ही बाजरे की रोटी खाने का मन करता है और बाजरे की रोटी खानी भी चाहिए, क्योंकि यह आपकी सेहत के लिए काफी फायदेमंद है। हालांकि कई लोग बाजरे की रोटी इसलिए नहीं खाते हैं क्योंकि उनका मानना है कि इससे वजन बढ़ता है और वो वजन कम करने के लिए ज्यादातर लोग गेहूं के आटे की रोटी को खाना पसंद करते हैं।
गेहूं के आटे में कार्बोहाइड्रेट की भरपूर मात्रा होती है। लेकिन कई लोग गेहूं की रोटी को वजन बढ़ाने का कारण मानकर बाजरे की रोटी खाते हैं। आज हम आपको बता रहे हैं कि गेंहू की रोटी में कितनी कैलोरी होती है और बाजरे की रोटी में कितनी कैलोरी होती है, जिससे आप पता लगा सकेंगे कि आपके लिए कौनसी रोटी ज्यादा सही रहेगी।
गेहूं के आटे में रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट होता है। जिसकी वजह से वेट बढ़ता है। वजन घटाने के लिए आप गेहूं के आटे की जगह अन्य चीजों की रोटियां खाएं। इनमें कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बहुत कम होती है। अनाज में इम्यून सिस्टम मजबूत बनाने वाले खनिज तत्व, विटामिन और फाइबर होते हैं और ये तत्व वजन घटाने में मददगार होते हैं। इसी वजह से लोग वजन कम करने के लिए ओट्स या ब्राइन राइस आदि का सेवन करते हैं।
एक्स्ट्रा कैलोरीज़: वास्तव में आप बढ़ते वजन से परेशाान हैं और आप वजन कम करना चाहते हैं, खासकर बहुत जल्दी, तो आपको आपकी डाइट में से कुछ कैलोरीज़ को कट करना होगा। कैलोरीज़ कट करना, वजन कम करने की मेथड का सबसे जरूरी हिस्सा होता है। इसलिए अगर आप अपनी डाइट में से रोजाना 500 कैलरीज़ कट कर लेते हैं, तो आप हर हफ्ते लगभग 0.5–1 kilogram तक वजन कम कर सकेंगे।
बाजरे का आटा: अगर आप ग्लूटेन फ्री रोटी खाना पसंद आते हैं तो बाजरे की रोटी को अपने डाइट में शामिल करें। इसमें फाइबर की भरपूर मात्रा होती है। जो आपके पेट के लंबे समय तक भरा हुआ रखता है। जिससे वजन कंट्रोल करने में मदद मिलती है। इसके अलावा इसमें मैग्नीशियम और विटामिन सी भरपूर मात्रा में होते हैं।
मल्टी ग्रेन आटा: मल्टीग्रेन आटे में यदि एक मुठ्ठी बेसन मिला दिया जाए तो वजन तेजी के साथ घटेगा। चने में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जो शरीर में कैलोरी बर्न करने की प्रक्रिया को तेज करता है। अपने गेहूं के आटे में थोड़ा सा बेसन मिला कर उसे मल्टीग्रेन आटा बनाया जा सकता है।