खराब खानपान, जंक फूड का अधिक सेवन, आलस्य, अव्यवस्थित जीवनशैली और कोई फिजिकल एक्टिविटी ना करने के कारण लोग मोटापे का शिकार हो जाते हैं। बढ़ते मोटापे से सिर्फ चलने फिरने में ही दिक्कतें नहीं होती बल्कि कई तरह की बीमारियों से भी सामना करना पड़ता है। बढ़ते वजन को लेकर परेशान लोग तरह- तरह की दवाइयों का सेवन करते हैं, जिससे ज्यादातर फायदा कम शरीर को नुकसान अधिक पहुंचता है।

बाबा रामदेव के मुताबिक योग एक प्राचीन अभ्यास विधि है जिससे कई तरह की शारीरिक दिक्कतों और बीमारियों से निजात पाया जा सकता है। मोटापे को कम करने के लिए अगर आपने तमाम उपाय आजमा लिए हैं और फिर भी कोई लाभ नहीं मिल पाया है तो आपको योग के इन तीन आसनों का इस्तेमाल करना चाहिए। यदि आप उन लोगों में से हैं जो अपने बढ़ते वजन से परेशान हैं और वास्तव में वजन कम करना चाहते हैं तो आपको अपनी जीवनशैली में कुछ आदतों को बदलना चाहिए। आज हम बाबा रामदेव के सुझाये गए उन आसनों के बारे में बताएंगे जो वजन घटाने के मामले में गेम चेंजर साबित हो सकते हैं।

नौकासन: इसे करने के लिए सबसे पहले आकाश की ओर मुंह कर पीठ के बल सीधे लेट जाएं। अब हाथों को सीधा कमर से सटा कर रखें और अपनी हथेलियों को ज़मीन की ओर रखें। अब धीरे-धीरे अपनी गरदन ऊपर की ओर ले जाएं और अपने हाथ सीधे रखते हुए ही गर्दन के समान ऊपर उठाएं। साथ-साथ उसी तरह अपने पैर भी उठाएं और एक नौका का रूप लें। इसी मुद्रा में आप करीब 25-30 सेकंड तक बने रहें। फिर धीरे धीरे सामान्य मुद्रा में आ जाएं। नौकासन को दो से तीन बार दोहराएं।

बालासन: बालासन भी मोटापा कम करने में बेहद मददगार होता है। इसे करने के लिए सबसे पहले तो आप जमीन पर मैट बिछाकर एड़ियों के बल पर बैठ जाएं। फिर हाथ ऊपर की तरफ उठे हुए होने के साथ, सांस बाहर छोड़ते हुए, अपना माथा जमीन पर टेक दें। इसके बाद इसी पोज में तीन मिनट तक रहने की कोशिश करें।

अनुलोम-विलोम प्राणायाम: इसे करने के लिए किसी सबसे पहले सिद्धासन या पद्मासन में बैठ जाएं। अब अपने दाएं हाथ को दाएं घुटने पर आराम से टिका दें और बाएं हाथ के अंगूठे से नाक का बायां छिद्र बाधित करें। फिर दाएं छिद्र से गहरी साँस अंदर लें। अब बायां छिद्र मुक्त करें और दायां छिद्र बाधित करें। अंदर ली हुई साँस बाएं छिद्र से बाहर निकालें। इस प्रक्रिया को कम से कम दस से पंद्रह बार दोहराएं।