उत्तर प्रदेश में जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, सियासी हलचल भी तेज होती जा रही है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव लगातार योगी आदित्यनाथ पर टिप्पणी कर रहे हैं। अखिलेश ने हाल ही में एक वीडियो ट्विटर पर साझा की थी, इसमें सीएम योगी, प्रधानमंत्री मोदी के काफिले के पीछे पैदल चलते नज़र आ रहे थे। इसके बाद इसकी सोशल मीडिया पर काफी चर्चा भी होने लगी थी। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया था कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे उनकी सरकार का प्रोजेक्ट था, जिसका फीता काटने के लिए दिल्ली से कैंची आ रही है।

यूपी के इस चुनाव में यूपी के पूर्व सीएम और अखिलेश के पिता मुलायम सिंह यादव अभी नज़र नहीं आए हैं। सपा की सरकार के दौरान अक्सर मुलायम सिंह यादव, अखिलेश को सरकार चलाने की सलाह देते नज़र आए थे। सियासी अटकलों के बीच मुलायम सिंह यादव का वरिष्ठ पत्रकार प्रभु चावला के साथ एक पुराना इंटरव्यू वायरल हो रहा है। इसमें उनसे कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर तमाम सवाल पूछे जाते हैं, लेकिन एक सवाल उनसे राहुल गांधी को लेकर भी पूछा जाता है।

प्रभु चावला ने सवाल पूछा था, ‘राहुल को प्रधानमंत्री बनाने का समर्थन करेंगे। अगर आपको लगता होगा कि राहुल प्रधानमंत्री बनने लायक है, तभी तो आप उनका समर्थन करेंगे। क्योंकि बहुमत तो कांग्रेस को आती नहीं है।’ इसके जवाब में उन्होंने कहा था, ‘ये चीजें हर बार चुनाव के बाद तय होती हैं। आपका जो सवाल वो समय के साथ बदल भी सकता है। क्योंकि ये तो चुनाव के नतीजे ही तय करते हैं कि देश का प्रधानमंत्री कौन होगा। अभी हम जरूर कांग्रेस का समर्थन कर रहे हैं क्योंकि हम सांप्रदायिक ताकतों को सत्ता से दूर रखना चाहते हैं।’

बीजेपी पर मुलायम का जवाब: मुलायम सिंह आगे कहते हैं, ‘हमने कभी लाल कृष्ण आडवाणी और बीजेपी का समर्थन नहीं किया है। लेकिन मैंने अपने कार्यकर्ताओं से इतना जरूर कहा था कि आडवाणी जी अगर कह रहे हैं कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था खराब है तो हमें इस पर जरूर काम करना चाहिए। क्योंकि वो इतने बड़े नेता हैं तो हम उनकी बात को ऐसे तो जाने नहीं दे सकते। इतना कहने में क्या परेशानी हो गई। हमारे खिलाफ जानबूझकर छोटी-छोटी बातों को मुद्दा बनाया जाता है।’

एक अन्य इंटरव्यू में मुलायम सिंह यादव से वोट ट्रांसफर करने को लेकर भी सवाल किया गया था। उन्होंने कहा था, ‘ये सही बात है कि हमने 2014 में राहुल गांधी को चुनाव जिताने के लिए वोट ट्रांसफर किए थे। क्योंकि हम हर वो कोशिश करेंगे जिससे बीजेपी सत्ता से दूर रहे। अगर हम ऐसा नहीं करते तो अमेठी से राहुल गांधी की हार हो जाती। हम ऐसे किसी भी आरोप से इंकार नहीं करना चाहते जो सत्य है, लेकिन झूठ की सारी जिम्मेदारी तो बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी ने ली हुई है। यूपी को विभाजित करके उन्होंने ये चुनाव जीता था।’