डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिनके मरीजों की संख्या में देश और दुनिया में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। डायबिटीज के मरीजों में ब्लड शुगर बढ़ने पर उसके अलार्मिंग साइन दिखने लगते हैं। बार-बार प्यास लगना, यूरिन का ज्यादा डिस्चार्ज होना,घाव का देरी से भरना,धुंधला दिखना इस बीमारी के हाई होने के संकेत है। डायबिटीज को अगर लम्बे समय तक कंट्रोल नहीं किया जाए तो इसके बढ़ने से दिल के रोगों,किडनी और लंग्स को नुकसान पहुंच सकता है। डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए जरूरी है कि बॉडी को एक्टिव रखें,तनाव से दूर रहें, डाइट का ध्यान रखें और समय-समय पर ब्लड शुगर चेक करें।

डायबिटीज के मरीज अगर ब्लड शुगर को हमेशा कंट्रोल में रखना चाहते हैं तो कुछ मेडिसनल प्लांट की पत्तियों का सेवन करें। कुछ प्लांट ऐसे औषधीय गुणों से भरपूर है जो बेहद आसानी से ब्लड शुगर को कंट्रोल कर सकते हैं। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉक्टर सलीम जैदी के मुताबिक दो तरह की पत्तियों का सेवन करके ब्लड शुगर को हमेशा कंट्रोल में रखा जा सकता है। आइए जानते हैं कि कौन सी दो तरह की पत्तियां ब्लड शुगर को कंट्रोल करती है।

करी पत्ता का रोजाना सेवन करें ब्लड शुगर कंट्रोल रहेगी:

डायबिटीज के मरीज ब्लड शुगर को कंट्रोल करना चाहते हैं तो करी पत्ता का रोज़ाना सेवन करें।करी पत्ता का इस्तेमाल अक्सर खाना पकाने में किया जाता है। इसका इस्तेमाल खाने में करने से खाने का स्वाद बढ़ता है और इसके सेहत के लिए फायदे भी बहुत है।

डायबिटीज के मरीज करी पत्ता का सेवन करें नेचुरल तरीके से इंसुलिन का उत्पादन होगा। करी पत्ता इंसुलिन बनाने वाली कोशिकाओं को उत्तेजित करने में मदद करता है। अगर डायबिटीज के मरीज रोजाना सुबह खाली पेट इन पत्तियों का सेवन करें तो आसानी से ब्लड शुगर को कंट्रोल कर सकते हैं।

तुलसी की पत्तियों से करें शुगर कंट्रोल:

डायबिटीज के मरीज ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए तुलसी की पत्तियों का सेवन करें। तुलसी की पत्तियां औषधीय गुणों से भरपूर होती है जो इम्युनिटी को स्ट्रॉन्ग बनाती है और ब्लड शुगर कंट्रोल करती है। सभी तरह की तुलसी में एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी फंगल, एंटी फ्लू, एंटी बैक्टेरियल गुण मौजूद होते हैं। विटामिन ए, विटामिन सी, जिंक और आयरन जैसे पोषक तत्वों से भरपूर तुलसी के पत्ते कैंसर तक की बीमारी का उपचार करते हैं। डायबिटीज के मरीज रोजाना तुलसी के पत्तों का सेवन उसका काढ़ा बनाकर करें डायबिटीज कंट्रोल रहेगी।