थॉयराइड एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर में आयोडीन की कमी हो जाती है और थॉयराइड ग्रंथि में सूजन आ जाती है। थॉयराइड की बीमारी बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक किसी भी उम्र के इंसान को भी हो सकती है। थॉयराइड हार्मोन मेटाबॉलिज्म को कई तरह से कंट्रोल करता है जिसमें आप तेजी से वजन को कंट्रोल करते हैं। थॉयराइड हार्मोन दिल की गति, पाचन, वजन, मानसिक स्वास्थ्य और एनर्जी के स्तर को प्रभावित करता हैं।

थॉयराइड को कंट्रोल नहीं किया जाए तो उससे कई बीमारियों का खतरा बढ़ने लगता है। थॉयराइड की बीमारी पुरुषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा अपनी चपेट में लेती है। डाइट में सोया पाउडर, सोया प्रोटीन और सोया कैप्सूल का सेवन अधिक करने से थॉयराइड बढ़ने की समस्या हो सकती है। थॉयराइड को कंट्रोल नहीं किया जाए तो मोटापा के साथ ही बॉडी में कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं। आइए जानते हैं कि थॉयराइड को कैसे कंट्रोल करें।

थॉयराइड बढ़ने की वजह से होने वाली बीमारियां:

  • वजन का तेजी से बढ़ना
  • गले में सूजन होना या गले का मोटा होना
  • मूड स्विंग होना, चिड़चिड़ापन और गुस्सा होना।
  • बाल झड़ना और बॉडी में कमजोरी महसूस होना।
  • नींद में कमी आना।

फाइबर से भरपूर फूड थॉयराइड और मोटापा करेंगे कंट्रोल:

थॉयराइड के मरीज थॉयराइड और मोटापा को कंट्रोल करने के लिए डाइट में फाइबर वाले फूड्स का सेवन करें। फाइबर का अधिक सेवन करने से पाचन दुरुस्त रहता है और वजन कम होता है। फाइबर का सेवन करने से बॉडी से टॉक्सिन बाहर निकलते हैं और वजन कंट्रोल रहता है। हर रोज सब्जियां, अनाज और दालों का सेवन करके थॉयराइड के मरीज सेहत को दुरुस्त रख सकते हैं।

ऑयोडीन युक्त भोजन का करें सेवन:

थॉयराइड की वजह से बढ़े हुए मोटापा को कंट्रोल करना चाहते हैं तो डाइट में आयोडीन युक्त फूड्स जैसे नमक, मछली, अंडे का सेवन करें। थायराइड हार्मोन को कंट्रोल करने में ये फूड बेहद असरदार साबित होते हैं।

विटामिन डी को करें डाइट में शामिल:

विटामिन डी सेहत के लिए बेहद जरूरी है। ये विटामिन थायराइड हार्मोन को संतुलित रखने में मदद करता है। विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए रोजाना सुबह 15 मिनट तक गुनगुनी धूप लें। डाइट में विटामिन डी के स्रोत जैसे अंडे, फैटी फिश, ऑर्गन मीट और मशरूम का सेवन करें।