थायराइड एक ग्रंथि होती है जो कि हमारे श्वासनली यानि कि विंडपाइप के सामने होती है। मुख्य रूप से थायराइड का काम मेटाबोलिज्म को कंट्रोल करने का होता है। इसलिए थायराइड के लेवल का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। दरअसल थायराइड के बढ़ने और घटने दोनों से ही कई प्रकार की परेशानियां होने लगती हैं।

बता दें कि थायराइड के बढ़ने से पीड़ित मरीज का वजन तेजी से कम होने लगता है और हार्टबीट बढ़ने लगती है। वहीं दूसरी ओर अगर बॉडी में थायराइड की कमी होने पर बेड कोलेस्ट्रॉल का लेवल भी बढ़ने लगता है। जिसके चलते अन्य गंभीर समस्याओं का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।

लेकिन खराब खानपान और लाइफस्टाइल के चलते थायराइड से जुड़ी समस्याओं के बढ़ने के साथ थायराइड के स्वास्थ्य पर भी असर पड़ रहा है। इसलिए थायराइड के लेवल को कंट्रोल करने के साथ थायराइड का स्वस्थ होना भी जरूरी है। आज हम आपको लाइफस्टाइल से जुड़ी कुछ ऐसी ही टिप्स के बारे में बताएंगे जिन्हें अपनाने से आप अपना थायराइड प्राकृतिक तरीके से स्वस्थ बनाएं रख सकते हैं।

लाइफस्टाइल में करें ये बदलाव (Change these things in your lifestyle)

हेल्दी डाइट फॉलो करें : थायराइड को स्वस्थ रखने के लिए सबसे आसान तरीका हेल्दी डाइट को फॉलो करना माना जाता है। इसलिए थायराइड की समस्या से पीड़ित मरीजों को रोजाना ऐसे फलों और सब्जियों का सेवन करना चाहिए जिनमें प्रोटीन की भरपूर मात्रा पायी जाती है। इसके अलावा आप अपनी डाइट में नट्स, एवोकाडो व फैटी फिश को भी शामिल कर सकते हैं।

अधिक वसा वाले भोजन से बचें : अधिक वसा वाले भोजन का सेवन करने से भी थायराइड की समस्या बढ़ने लगती है। खासकर पैकेट वाले और जिनमें शुगर की अधिक मात्रा पायी जाती है उनके सेवन से थायराइड का लेवल बढ़ने लगता है और हमारा इम्यून सिस्टम धीरे -धीरे कमजोर होने लगता है। ऐसे फूड्स के सेवन से अन्य बीमारियों के होने का खतरा बढ़ने लगता है। इसीलिए ऐसे खाद्य पदार्थों के सेवन से हमें बचना चाहिए।

डॉक्टर की सलाह बगैर सप्लीमेंट न लें: हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार थायराइड और आयोडीन एक-दूसरे से जुड़ें होते हैं। इसलिए बॉडी में आयोडीन की कमी होने के कारण पर्यापत मात्रा में थायराइड हार्मोन नहीं बन पाता है और जिसके चलते हाइपोथायरायडिज्म की समस्या होने लगती है। लेकिन ब्रेड और डेयरी प्रोडक्ट्स में आयोडीन की भरपूर मात्रा पायी जाती है। लेकिन कुछ लोग आयोडीन की कमी को दूर करने के लिए आयोडीन की दवा लेनी शुरू कर देते हैं। जो कि हमारी सेहत के लिए हानिकारक भी साबित हो सकता है। इसलिए डॉक्टर की सलाह लिए बगैर कोई सप्लीमेंट न लें।