Unhealthy Ways of Weight Loss: वजन कंट्रोल रखना हर किसी को पसंद होता है। अधिक वजन कई स्वास्थ्य समस्याओं जैसे- हार्ट डिजीज, स्ट्रोक, ब्लड प्रेशर, मोटापा, डायबिटीज, इत्यादि। ऐसे में लोग अपने वजन को नियंत्रित रखने के लिए डाइटिंग, एक्सरसाइज, इंटरमिटेंट फास्टिंग, रनिंग जैसी कई अन्य चीजों का सहारा लेते हैं। हालांकि, इस दौरान हम अपने हेल्थ को पूरी तरह नजरअंदाज कर देते हैं। वजन कम करना आसान नहीं है लेकिन सही प्लानिंग के साथ कोशिश करनी चाहिए ताकि इससे आपका स्वास्थ्य न प्रभावित हो। ऐसे में ये जानना बहुत जरूरी है कि वजन कम करने के प्रॉसेस में किन बातों का ख्याल रखा जाना चाहिए।
भोजन करना न करें बंद: कई लोगों को ऐसा लगता है कि उनका वजन बढ़ने का कारण भोजन है जिस वजह से वो खाना खाना ही छोड़ देते हैं। लेकिन खाने को स्किप करने से कोई फायदा नहीं होता। बल्कि इससे आपको कमजोरी तो महसूस होगी ही, साथ में आपका मसल मास भी घटता चला जाएगा। वहीं, खाना स्किप करने के बाद लोग जब भी दोबारा भोजन करते हैं तो ज्यादा भूख लगने के कारण वो अधिक मात्रा में खा लेते हैं जिससे वजन कम करने में कोई मदद नहीं मिलती।
फलों का जूस: वजन कम करने के लिए कई लोग लिक्विड डाइट यानि कि पेय पदार्थ लेना शुरू कर देते हैं। इन तरल पदार्थों में सबसे ज्यादा इस्तेमाल फ्रूट जूस का किया जाता है। बता दें कि फलों में भले ही विटामिंस, फाइबर्स और मिनरल्स जैसे कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं लेकिन ये फलों के जूस में नहीं पाए जाते। इस बात में कोई शक नहीं है कि जूस डाइट पर रहने से लोग जल्दी अपना वजन घटा लेते हैं, लेकिन अगर लंबे समय की बात की जाए तो ये पोषक तत्वों की कमी के चलते आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। वहीं, जूस डाइट की तरह ही क्रैश डाइट में भी जल्द से जल्द वजन घटाने के लिए बहुत कम खाना खाने पर जोर दिया जाता है जिसका प्रभाव शरीर के इम्यून सिस्टम पर पड़ता है।
प्रोटीन का अत्यधिक सेवन: फिटनेस के प्रति सजग लोग अपने डाइट में प्रोटीन को जरूर शामिल करते हैं। हालांकि, जरूरत से ज्यादा प्रोटीन शरीर के लिए नुकसानदेह भी साबित हो सकता है। प्रोटीन के अधिक मात्रा से ज्यादा कोलेस्ट्रॉल लेवल के साथ ही हृदय रोग होने का खतरा भी बढ़ जाता है।