डायबिटीज के मरीजों को शुगर कंट्रोल करने के लिए बॉडी को एक्टिव रखना जरूरी है। डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए तनाव से दूर रहना, डाइट पर कंट्रोल करना और वर्कआउट करना बेहद जरूरी है। डायबिटीज के मरीज अगर बॉडी को एक्टिव नहीं रखेंगे तो उनकी बॉडी में कई बीमारियों का जोखिम बढ़ने का खतरा रहेगा।

टाइप-1 और टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों के लिए जरूरी है कि वो रेगुलर एक्सरसाइज करें ताकि ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल रहे। कुछ लोगों की ये शिकायत रहती है कि एक्सरसाइज के बाद उनका ब्लड शुगर बढ़ जाता है। लेकिन क्या सच में कुछ लोगों का ब्लड शुगर एक्सरसाइज के बाद बढ़ जाता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि एक्सरसाइज करने के बाद कुछ लोगों का ब्लड शुगर कम होने के बजाय बढ़ क्यों जाता है।

एक्सरसाइज के बाद ब्लड शुगर क्यों बढ़ जाता है?

एकसरसाइज करने से इंसुलिन का उत्पादन तेजी से होता है, तनाव दूर होता है, हार्ट ठीक तरीके से पम्पिंग करता है। डॉक्टर अनुपम घोष डायबिटीज कोच और फिटनेस न्यूट्रिशन स्पेशलिस्ट ने बताया कि जब ब्लड शुगर के मरीज माइल्ड एक्सरसाइज 15 मिनट तक करते हैं तो ब्लड शुगर कम हो जाता है। माइल्ड एक्सरसाइज से मतलब है वॉक करने से सीढ़िया चढ़ने और उतरने, साइकिल चलाने से ब्लड शुगर कंट्रोल होता है लेकिन कुछ लोगों का ब्लड शुगर एक्सरसाइज के बाद बढ़ जाता है जिसका सबसे बड़ा कारण हैवी वर्कआउट का लम्बे समय तक करना हैं।

किस तरह के वर्कआउट शुगर को बढ़ाते हैं।

हैवी वेट उठाने वाले वर्कआउट से बचें:

हैवी वर्क आउट करके आए हैं और आपको अपने हाथों, पैरों और पेट की मसल्स में कंपकंपी महसूस होती है तो ये ब्लड शुगर बढ़ने के संकेत हैं। डायबिटीज के मरीजों को बॉडी पर प्रेशर डालने वाले और ज्यादा एनर्जी बर्न करने वाली एक्सरसाइज नहीं करना चाहिए। हाई पावर एक्सरसाइज ब्लड शुगर घटाने के बजाए बढ़ा देती हैं इसलिए कुछ लोगों का एक्सरसाइज के बाद शुगर हाई रहता है। डायबिटीज के मरीजों को चाहिए कि वो अधिक वजन उठाने वाले व्यायाम करने से बचें। वेट लिफ्टिंग एक्सरसाइज करने से पैरों में चोट लगने का खतरा बढ़ सकता है।

बॉडी पर ज़ोर डालने वाली हैवी एक्ससाइज का सेशन बढ़ाने से बचें:

डायबिटीज के मरीज कार्डियक ऑटोनोमिक न्यूरोपैथी के शिकार हो सकते हैं जिससे रोगी की अचानक से मौत भी हो सकती है। डायबिटीज के मरीज जिम में वर्कआउट करते हैं तो ट्रेड मिल पर तेज और लम्बे समय तक नहीं दौड़ें। इस तरह की एक्सरसाइज दिल के दौरे का कारण बनती है और ब्लड शुगर को बढ़ाती हैं। डायबिटीज के मरीजों को चाहिए कि वो जिम में जाते हैं तो मैनुअल एक्सरसाइज करें। हैवी मशीनों के साथ लम्बे समय तक वर्कआउट करने से बॉडी में कई बीमारियों का खतरा बढ़ता है और ब्लड शुगर बढ़ सकता है।