प्रेग्नेंसी में एक्टिव रहने से महिलाओं की एनर्जी बढ़ती है, मूड ठीक रहता है और प्रेग्नेंसी में होने वाली जटिलताओ का जोखिम भी कम होता है। प्रेग्नेंसी में एक्टिव रहने के लिए ना सिर्फ वॉक जरूरी है बल्कि महिलाएं वर्कआउट भी कर सकती हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान अक्सर महिलाएं वर्कआउट करने से गुरेज करती हैं लेकिन ये ठीक नहीं है। प्रेग्नेंसी के दौरान वर्कआउट जरूरी है।
प्रेग्नेंसी के दौरान वर्कआउट करने से या फिर दौड़ने से मिसकेरेज नहीं होता ना ही बच्चे को किसी तरह की परेशानी होती। अगर आप प्रेग्नेंट होने से पहले से ही दौड़ती हैं तो प्रेग्नेंसी के बाद भी अपनी एक्सरसाइज जारी रखें कोई परेशानी नहीं होगी।
अगर आप प्रेग्नेंसी से पहले वर्कआट नहीं करती थी तो प्रेग्नेंसी के दौरान आपको वर्कआउट करने से फायदा पहुंच सकता है। प्रेग्नेंसी में दौड़ने की शुरूआत करने से आपको ज्यादा फायदा नहीं होगा, क्योंकि इस दौरान आपकी बॉडी में कई तरह के बदलाव आते हैं। आपकी बॉडी पहले से ज्यादा मेहनत कर रही हैं, ऐसे में इंटेंस वर्कआउट आपकी बॉडी में तनाव बढ़ा सकता है इसलिए प्रेग्नेंसी के दौरान दौड़ने की शुरूआत करना ठीक नहीं हैं। आइए जानते हैं कि आप प्रेग्नेंसी में कौन सा वर्कआउट कर सकती हैं।
एरोबिक एक्सरसाइज करें: अमेरिकन कॉलेज ऑफ ओब्स्टेट्रिशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट (ACOG) के अनुसार,प्रेग्नेंस महिलाओं को हफ्ते में कम से कम 150 मिनट की मध्यम-तीव्रता वाली एरोबिक गतिविधि करनी चाहिए। ये ऐसे वर्कआउट हैं जो आपके हृदय गति को बढ़ाते हैं और दौड़ने सहित पसीना बहाते हैं।
प्रेग्नेंसी में वॉक करें: प्रेग्नेंसी में वॉक करने से मांसपेशियां स्ट्रॉन्ग होती है साथ ही पैरों में दर्द और सूजन नहीं होती। प्रेग्नेंसी में वॉक करने से प्रेग्नेंसी में जाटिलताओं का जोखिम कम होता है। इस दौरान महिलाएं जस्टेशनल डायबिटीज का शिकार हो जाती है, वॉक करने से इसका जोखिम कम होता है।
प्रेग्नेंसी में योगा करें: प्रेग्नेंसी में योगा करने से ना सिर्फ प्रेग्नेंसी में होने वाली थकान से राहत मिलती है बल्कि सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याओं से भी बचाव होता है। योगा मां और बच्चे दोनों की सेहत को फायदा पहुंचाता है।
ट्रेडमिल पर दौड़ें: प्रेग्नेंसी में ट्रेडमिल पर 20 मिनट तक दौड़ना भी सेहत को फायदा पहुंचा सकता है। दौड़ने से ब्लड में ग्लूकोज का लेवल ठीक रहता है, साथ ही मेटाबॉलिज्म भी ठीक रहता है। स्वीमिंग करें: प्रेग्नेंसी में स्वीमिंग करने से बाजुओं और टांगों की एक्सरसाइज होती है। इससे दिल और लंग्स की एक्सरसाइज होती है। पानी आपके बढ़ते पेट के वजन को सहारा देता है, जिससे आपको तैराकी करते समय हल्का महसूस होता है।
स्वीमिंग करें: प्रेग्नेंसी में स्वीमिंग करने से बाजुओं और टांगों की एक्सरसाइज होती है। इससे दिल और लंग्स की एक्सरसाइज होती है। पानी आपके बढ़ते पेट के वजन को सहारा देता है, जिससे आपको तैराकी करते समय हल्का महसूस होता है।