टाइप-2 डायबिटीज जिसे डायबिटीज मेलिटस के नाम से भी जाना जाता है। डायबिटीज की बीमारी निष्क्रिय जीवन शैली, खराब डाइट, तनाव, नींद की कमी, बॉडी में टॉक्सिन बढ़ने से और जेनेटिक भी हो सकती है। डायबिटीज की बीमारी में पैंक्रियाज इंसुलिन का उत्पादन करना कम कर देता है या फिर बंद कर देता है तो ब्लड में शुगर का स्तर तेजी से बढ़ने लगता है। डायबिटीज को कंट्रो करने के लिए इंसुलिन का बनना बेहद जरूरी है। इंसुलिन बनने के लिए कुछ जड़ी बूटिया बेहद असरदार साबित होती हैं।
अक्सर डायबिटीज के मरीज ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल करने के लिए दवाईयों के साथ ही नैचुरल रेमेडीज पर भी भरोसा करते हैं। दवाईयों के साथ ही देसी नुस्खे डायबिटीज को कंट्रोल करने में बेहद असरदार साबित होते हैं। देसी नुस्खों का सेवन सही तरीके से करना बेहद जरूरी है, क्योंकि जड़ी-बूटियों, सप्लीमेंट्स और दवाओं को मिलाने से हाइपोग्लाइसीमिया की परेशानी हो सकती है। हाइपोग्लाइसीमिया में ब्लड में शुगर का स्तर तेजी से गिरने लगता है।
डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए अगर आप भी देसी नुस्खों का इस्तेमाल करके इंसुलिन का उत्पादन करना चाहते हैं, तो हम आपको कुछ असरदार जड़ी बूटियों के बारे में बताते हैं, जो नैचुरल तरीके से इंसुलिन का उत्पादन करती हैं। कुछ हर्ब्स तेजी से ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल करती हैं।
बर्बेरीन का उपयोग करने से इंसुलिन का बढ़ता है उत्पादन (The Best Herbal Supplements for Type 2 Diabetes)
बरबेरी, गोल्डनसील और अन्य में पाया जाने वाला एक प्राकृतिक यौगिक बर्बेरिन रोगाणुरोधी गुणों के लिए दवा के रूप में उपयोग किया जाता है । रक्त शर्करा को विनियमित करने में इससे मदद मिल सकती है। कई रिसर्च में ये बात सामने आई है कि तीन महीनों तक 500 मिग्रा बर्बेरीन का दिन में दो से तीन बार सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहता है। शुगर को कंट्रोल करने में ये जड़ी बूटी बेहद असरदार साबित होती है। बर्बेरीन का सेवन करने से ब्लड में शुगर का स्तर और hba1cको कम करने में मदद मिलती है।
मेंथी दाना का करें इस्तेाल
मेथी दाना का इस्तेमाल आमतौर पर खाना बनाने में इस्तेमाल किया जाता है। इसका सेवन कई बीमारियों का उपचार करने में भी किया जाता है। मेथी दाना hba1c को कम करने के लिए उपयोग किया जाता है। मेथी दाने में मौजूद अमीनो एसिड ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल करने में असरदार साबित होता है।
अमीनो एसिड रक्त में मौजूद शुगर को तोड़ने और उसका स्तर घटाने में मदद करता है। ये ब्लड में नैचुरल तरीके से इंसुलिन की मात्रा को बढ़ाता है, जिससे डायबिटीज के मरीजों को फायदा मिलता है। मेथी दाने में मौजूद प्रोबायोटिक्स गुण ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में बेहद असरदार साबित होते हैं। मेथी दाना का सेवन आप खाने में मिलाकर या फिर उसका काढ़ा बनाकर कर सकते हैं।
गुड़मार से करें नैचुरल इंसुलिन का उत्पादन:
औषधीय गुणों से भरपूर गुड़मार एक ऐसा पौधा है जो शुगर को कंट्रोल करने में बेहद असरदार साबित होता है। कई रिसर्च में ये बात सामने आई है कि ये पौधा शुगर के मरीजों में चीनी की क्रेविंग को कम करता है। 2017 में हुए एक अध्ययन में देखा गया कि 200-400 mg गुड़मार का सेवन करने से आंतों का शर्करा अवशोषण कम होता है। डायबिटीज के लक्षणों को कम करने में ये पौधा बेहद असरदार साबित होता है।