पटना हाईकोर्ट में मंगलवार को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव की बहू ऐश्वर्या राय की काउंसलिंग हुई। तलाक के मामले में दोनों हाईकोर्ट पहुंचे थे। कोर्ट ने दोनों को आपसी सहमति से रास्ता निकालने की सलाह दी। चैंबर में दोनों पक्षों की सुनवाई जस्टिस आशुतोष कुमार और जस्टिस जितेंद्र कुमार ने की। ऐश्वर्या ने कहा- मुझे ससुराल वालों के साथ रहने में कोई दिक्कत नहीं है।
वहीं तेज प्रताप ने कहा- मैं साथ नहीं रहना चाहता। ऐश्वर्या के पिता चंद्रिका राय और तेज प्रताप की मां पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी भी कोर्ट में मौजूद थीं। जस्टिस आशुतोष कुमार ने दोनों को साथ रहने के लिए राजी किया। हालांकि दोनों के बीच कोई समझौता नहीं हुआ। तेज प्रताप की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता पुष्कर नारायण शाही, अधिवक्ता नीलांजन चटर्जी और अधिवक्ता जगन्नाथ सिंह उपस्थित थे। मामले की अगली सुनवाई 19 जुलाई को होगी।
अधिवक्ता जगन्नाथ सिंह ने बताया कि कोर्ट ने दोनों पक्षों को विस्तार से सुना। कोर्ट ने दोनों पक्षों से कहा कि किसी भी फैसले पर पहुंचने से पहले हम चाहते हैं कि आप अपने वकीलों के साथ बैठें और आपसी सहमति से कोई रास्ता निकालें। अगर ऐसा होता है तो बहुत अच्छा होगा अन्यथा कानून में प्रावधान के अनुसार निर्णय लिया जाएगा।
वकील ने कहा कि अदालत ने ऐश्वर्या के वकील पुष्कर नारायण शाही और उन दोनों के माता-पिता को किसी और जगह बैठकर सभी संभावनाओं पर चर्चा करने और जो कुछ भी हल निकलता है उससे अदालत को अवगत कराने को कहा है। जगन्नाथ सिंह ने कहा कि चार जुलाई को चंद्रिका राय और राबड़ी देवी शाम छह बजे पटना चिड़ियाघर के गेस्ट हाउस में बैठकर आपसी सहमति से घर बसाने की कोशिश करेंगे।
करीब 45 मिनट की काउंसलिंग के बाद दोनों तेजप्रताप कोर्ट से बाहर आ गए। लेकिन वह मीडिया से बचते नजर आए। बिना मीडिया से बात किए वे अलग-अलग कारों में कोर्ट से निकल गए। दोनों की शादी 12 मई 2018 को हुई थी। कुछ महीनों के बाद तेज प्रताप ने पटना के फैमिली कोर्ट में तलाक के लिए अर्जी दी थी।