Tarak Mehta Ka Oolta Chashmah: ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ टीवी के सबसे चर्चित शोज में से एक है। इसे लोग खूब पसंद करते हैं। इस शो के जेठालाल, दयाबेन से लेकर बबीता जी जैसे सभी किरदारों ने दर्शकों के दिलों में अपनी खास जगह बनाई है। ऐसे में दर्शक रील लाइफ से हटकर इन किरदारों के रियल लाइफ के बारे में भी जानने को उत्सुक रहते हैं। जैसे, इनके असली नाम से लेकर उनकी उम्र, लाइफस्टाइल और दूसरी चीजें। ऐसे में आइए जानते हैं उनसे जुड़ी कुछ खास बातें –
मास्टर भिड़े: इनका असली नाम मंदार चंदावरकर है, जिन्होंने मराठी थिएटर में काम किया है। पिछले 12 सालों से वो इस शो का हिस्सा हैं। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि तारक मेहता… शो ने उनका दोबारा नामकरण किया है। बता दें कि शो में उनका नाम आत्माराम तुकाराम भिड़े है। सीरियल में वो गोकुलधाम सोसायटी के सेक्रेटरी और एक मास्टर की भूमिका भी निभाते हैं। इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि उन्हें रियल लाइफ में भी सोसायटी के सेक्रेटरी बनने का ऑफर आया है। वो कहते हैं कि बिजली-राशन के बिल पर भी उनका नाम भिड़े लिखा होता है और मंदार से ज्यादा भिड़े के नाम से लोग उन्हें जानते हैं।
मिस्टर अय्यर: शो में दक्षिण भारतीय का किरदार निभाने वाले तनुज महाशब्दे असल में मध्यप्रदेश के इंदौर के पास देवास के निवासी हैं। थिएटर, एक्टिंग के अलावा उन्हें लिखने का भी शौक है, तनुज बेहद धार्मिक व्यक्ति हैं। साइंटिस्ट कृष्णन अय्यर का किरदार निभा रहे तनुज को इस धारावाहिक में बतौर लेखक एंट्री मिली थी। खबर के मुताबिक इंदौर में रहकर तनुज ने कुछ समय के लिए थियेटर में भी अभिनय किया है।
जेठालाल: इनका असली नाम दिलीप जोशी है जो नैचुरल कॉमेडी करने को बेहद मुश्किल मानते हैं। बचपन से ही उन्हें एक्टिंग का शौक था, दिलीप ने कॉमर्स से अंडरग्रैजुएशन में दाखिला तो लिया पर किसी कारणवश उसे पूरा नहीं कर पाए थे। इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि 80 के दशक में दिलीप ने पृथ्वी थिएटर में बगैर वेतन के भी कई नाट किये हैं। गुजराती नाटक व कई फिल्मों में शौकिया तौर पर काम करने के बाद 1991 में उन्होंने एक्टिंग को बतौर करियर चुना। 12 साल की उम्र से अभिनय शुरू करने वाले दिलीप को पढ़ना और क्रिकेट खेलना पसंद है।
उन्होंने बताया कि पढ़ाई पूरी न कर पाने का कारण थिएटर है क्योंकि इसके प्रति उनका झुकाव इतना अधिक था कि पढ़ाई से उनका मन उठ गया था। उनका कहना है कि सिर पर एक्टिंग का जुनून ऐसा चढ़ा कि फिर पढ़ाई नहीं हो पाई। हालांकि, अब वो सोचते हैं कि ग्रैजुएशन कंप्लीट करना उनके लिए बेहतर होता।
बाघा: उनका असली नाम तन्मय वेकरिया है, उन्होंने कम उम्र से ही एक्टिंग शुरू कर दी थी। तन्मय बताते हैं कि उनके पिताजी भी गुजराती थिएटर से जुड़े थे।