आज के समय में स्लिप डिस्क (Slip Disc) की समस्या काफी आम हो हई है। अधिक चिंता की बात यह है कि कम उम्र में भी लोगों को इस तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हमारे देश में करीब 80 प्रतिशत युवा इस बीमारी से जूझ रहा है। स्लिप डिस्क रीढ़ की हड्डी में होने वाली एक मेडिकल स्थिति है, जो सामान्यत: हड्डियों में खराबी या किसी तरह की चोट लगने के कारण हो सकती है। इसके अलावा कई-कई घंटों तक एक ही जगह पर एक पोस्चर या गलत तरीके से बैठकर काम करने के चलते भी आपको इस तरह की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। यही वजह है कि सिटिंग जॉब वाले लोगों में ये अधिक देखने को मिलती है।

स्लिप डिस्क से पीड़ित लोगों को कमर में असहनीय दर्द का सामना करना पड़ता है। इस दौरान कई बार स्थिति इतनी खराब हो जाती है कि पीड़ित को चलने-फिरने या सीधे खड़े होने में भी परेशानी होने लगती है। वहीं, वैसे तो स्लिप डिस्क की समस्या का आखिरी इलाज ऑपरेशन माना जाता है। हालांकि, इसके कारण होने वाले असहनीय दर्द को कम करने के लिए या इस तरह की समस्या से बचने के लिए आप कुछ योगासनों का सहारा ले सकते हैं। इस लेख में हम आपको तीन ऐसे योगासन बता रहे हैं, जिनका नियमित अभ्यास स्लिप डिस्क के दर्द से छुटकारा पाने में असरदार साबित हो सकता है।

भुजंगासन

भुजंगासन पीठ के निचले हिस्से और रीढ़ की हड्डी में खिंचाव पैदा करता है, जिससे स्लिप डिस्क के कारण होने वाले दर्द से राहत पाई जा सकती है। ये आसन शरीर को फ्लैक्सिबल बनता है। ऐसे में इसके नियमित अभ्यास से कमर के दर्द से हमेशा के लिए भी छुटकारा पाया जा सकता है।

कैसे करें भुजंगासन?

  • भुजंगासन करने के लिए सबसे पहले एक सपाट जमीन पर पेट के बल लेट जाएं।
  • इसके बाद अपने दोनों पैरों के बीच की दूरी को कम करें और पैरों को बिल्कुल सीधा रखें।
  • अब अपनी हथेलियों को कंधे के सीध में लाएं और गहरी सांस लेते हुए छाती से लेकर नाभि तक शरीर को ऊपर उठा लें।
  • कुछ सेकंड इसी अवस्था में बने रहे और धीरे-धीरे सांस लेते व छोड़ते रहें।
  • फिर गहरी सांस छोड़ते हुए प्रारंभिक अवस्था में नीचे आ जाएं।

शलभासन

स्लिप डिस्क के दर्द को कम करने के लिए शलभासन भी बेहद असरदार है। इस आसन में पेट के बल जमीन पर लेटकर रीढ़ की हड्डी को हल्का खींचा जाता है। इससे रीढ़ को मजबूती मिलती है, साथ ही दर्द को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

कैसे करें शलभासन?

  • इसके लिए सबसे पहले मैट पर पेट के बल लेट जाएं।
  • अब अपने दोनों पैरों के बीच में थोड़ी दूरी रखें।
  • हाथों को जांघों के नीचे रखें।
  • अब गहरी सांस लेते हुए सिर को ऊपर उठाने की कोशिश करें।
  • इसके बाध धीरे-धीरे हाथों और पैरों को भी जमीन से उठाएं।
  • इस पोजिशन में पेट मैट पर और अपर व लोअर बॉडी जमीन से ऊपर हवा में होनी चाहिए।
  • कुछ देर इस पोजिशन में रूकें और फिर वापस पुरानी पोजिशन में आ जाएं।
  • आप अपनी क्षमतानुसार इस आसन को होल्‍ड करके रख सकते हैं।

उष्ट्रासन

रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाने और इसमें दर्द को कम करने के लिए उष्ट्रासन भी बेहद असरदार है। इस आसन में बॉडी ऊंट की मुद्रा में होती है, शरीर पीछे की ओर झुका होता है, जिससे रीढ़ की हड्डी पर हल्का दबाव पड़ता है और दर्द से राहत मिलती है।

कैसे करें उष्ट्रासन?

  • उष्ट्रासन करने के सबसे पहले जमीन पर अपने घुटने टिकाकर बैठ जाएं।
  • इसके बाद कमर को सीधा रखते हुए घुटनों पर खड़े हो जाएं और पैरों को पंजों पर टिका लें।
  • इस स्थिति में एड़ियां ऊपर की तरफ होनी चाहिए।
  • अब कमर से पीछे की तरफ झुकें और दोनों हाथों से एड़ियां पकड़ने की कोशिश करें।
  • इस दौरान अपनी गर्दन को भी पीछे की तरफ कर लें और उसमें खिंचाव महसूस करें।
  • इस मुद्रा में रहकर 5-6 बार सांस लें और फिर आराम से सीधे हो जाएं।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।