शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने राज्यसभा सदस्य के तौर पर शपथ ले लिया है। वे पहली बार संसद पहुंची हैं। आपको बता दें कि वे करीब एक दशक तक कांग्रेस में थीं और तेज-तर्रार प्रवक्ता के तौर पर उनकी पहचान थी, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले नाराज होकर कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था और शिवसेना का दामन थाम लिया था।आपको बता दें कि राजनीति में आने से पहले प्रियंका PR और इवेंट मैनेजमेंट कंपनी एमपॉवर कंसल्टेंट्स में डायरेक्टर के रूप में काम करती थीं। आइए जानते हैं प्रियंका चतुर्वेदी की लाइफस्टाइल और निजी जिंदगी से जुड़ी कुछ बातें-

पति ने सियासत में आने का किया था विरोध:  प्रियंका चतुर्वेदी मूल रूप से उत्तर प्रदेश की रहने वाली हैं। उनके पति का नाम विक्रम चतुर्वेदी है और वे IBM में चैनल मैनेजर और प्रोग्राम हेड के तौर पर काम करते हैं। विक्रम नहीं चाहते थे कि प्रियंका राजनीति में आएं। रिपोर्ट्स के मुताबिक जब उन्हें प्रियंका के राजनीति में आने का पता चला तो बिफर गए। साफ लफ्जों में कहा, ‘तुम इस फील्ड में सफल नहीं हो पाओगी। ये बेहद गंदी जगह है.. यहां तुम्हें आगे नहीं बढ़ने दिया जाएगा।’ हालांकि अब प्रियंका एक सफल राजनेता हैं। प्रियंका और विक्रम के दो बच्चे भी हैं। बेटे का नाम आर्नव और बेटी का नाम अनित्रा है।

टॉप 10 भारतीय महिला राजनेताओं की लिस्ट में हैं शामिल: प्रियंका चतुर्वेदी की गिनती भारत की तेज तर्रार महिला नेताओं में होती है। साल 2015 में यूके हाईकमीशन और कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री एसोसिएशन, लंदन द्वारा चुने गए डेलिगेशन में प्रियंका भी शामिल थीं। वहां जाकर प्रियंका ने लंदन के लोकतंत्र का अध्ययन किया। प्रियंका 2016 में टॉप 10 भारतीय महिला राजनेताओं की लिस्ट में भी शुमार रही हैं।

ट्रस्ट के जरिये बच्चों की मदद: रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रियंका ने एक स्ट्रीट स्कूल की स्थापना भी की है, जिसका नाम ‘प्रेयरस चैरिटेबल ट्रस्ट’ है। इस ट्रस्ट की शुरुआत छह बच्चों से हुई थी, लेकिन अब इनकी संख्या बढ़कर 250 बच्चों तक पहुंच गई है। इसके अलावा 2010 में प्रियंका आईएसबी की 10,000 महिला उद्यमियों के लिए सर्टिफिकेट प्रोग्राम में प्रतिभागी के तौर पर शामिल थीं। यह गोल्डमैन सैक्स फाउंडेशन द्वारा चलाया जा रहा एक प्रोग्राम था।

मथुरा से मुंबई तक का सफर: बता दें कि प्रियंका मथुरा में जन्मी हैं, लेकिन उनकी परवरिश मुंबई में हुई है। यहीं उन्होंने सेंट जोसेफ हाई स्कूल से शुरुआती पढ़ाई की और 1999 में नरसी मोंजी कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स से कॉमर्स में स्नातक किया। प्रियंका ने अपने व्यापार कौशल को सुधारने के लिए इंडियन स्कूल ऑफ़ बिज़नेस (ISB) से उद्यमशीलता की पढ़ाई भी की।