गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को कई शारीरिक और मानसिक परिस्थितियों से गुजरना पड़ता है। जैसा कि हमें पता है टहलने के कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं और गर्भवति महिलाओं के लिए तो ये खास तौर पर प्रभावी होते हैं। गर्भावस्था को दौरान टहलना महिलाओं में होने वाली कई स्वास्थ्य समस्या को कम कर देता है और साथ ही लेबर पेन से लड़ने में भी मदद करता है। प्रेग्नेंसी के दौरान टहलने से शरीर में ऊर्जा बना रहता है और साथ ही एक्टिव भी रखता है। आइए जानते हैं गर्भावस्था को दौरान टहलने से महिलाओं को कैसे स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं।
हेल्दी बेबी:
टहलने से गर्भवती महिला का शरीर स्वस्थ रहता है और अगर मां का शरीर स्वस्थ रहेगा तो बच्चा भी हेल्दी रहेगा। इसके अलावा टहलने से बच्चे का वजन भी सामान्य रहता है। टहलने से शरीर में ब्लड का स्त्राव सही रहता है जो बच्चे के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है।
डायबिटीज के खतरे को कम करता है:
गर्भावस्था के दौरान हाई बल्ड प्रेशर होने के कारण टाइप 2 डायबिटीज हो जाता है, जिसकी वजह से समय से पहले लेबर का खतरा हो जाता है और बच्चा भी मोटापे का शिकार हो जाता है। लेकिन जो महिला नियमित रूप से एक्सरसाइज करती हैं या टहलती हैं उनका ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है जो जेस्टेशनल डायबिटीज के खतरे को कम करता है।
प्री-एक्लम्पसिया के जोखिम को कम करता है:
प्री-एक्लम्पसिया गर्भावस्था का एक लक्षण है जो हाई ब्लड प्रेशर और यूरिन में प्रोटीन के बढ़ने का संकेत देता है। टहलना वजन को बनाए रखने और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। इस प्रकार गर्भावस्था के दौरान ब्लड प्रेशर का स्तर को संतुलित रहता है। इस तरह टहलना प्री-एक्लम्पसिया के कारण होने वाले प्रीमैच्योर लेबर के खतरे को कम करता है।
स्ट्रेस बूस्टर:
तनाव गर्भवती महिलाओं में एक आम लक्षण होता है। लेकिन ऐसा शरीर में होने वाले कुछ हार्मोंस की वजह से होता है। टहलने से एंडोर्फिन नामक हार्मोन रिलीज होता है, जो अच्छा महसूस कराने वाला एक केमिकल है। इसलिए टहलना तनाव-बूस्टर की तरह काम करता है और आपके मूड को बूस्ट करता है और साथ ही तनाव को भी कम करने में मदद करता है।