शादी के बाद हर इंसान फैमिली प्लानिंग के बारे में सोचने लगता है, लेकिन आपको उसके लिए सही समय चुनना चाहिए। आजकल बहुत से ऐसे कारण हैं जिसके चलते महिलाएं 30 साल की उम्र के बाद ही मां बनने का फैसला करती हैं। फैमिली प्लानिंग के लिए 26 साल की उम्र ठीक मानी गई है। अगर आपकी उम्र 30 या 32 साल हो चुकी है तब भी आपको घबराने की जरूरत नहीं होती है।
किसी महिला के लिए गर्भधारण के लिए सही समय पर संबंध बनाना बहुत जरूरी है। लेकिन कुछ लोग वित्तीय समस्या या फिर करियर बनाने में समय लगने के कारण या अपनी सुविधा, उम्र, जरूरत को ध्यान में रखते हुए फैमिली प्लानिंग करते हैं। यह आपके व्यक्तिगत निर्णय हो सकते हैं लेकिन स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से आपको कुछ बिंदुओं पर विचार करने की आवश्यकता है।
डाउंस सिंड्रोम: कोलकाता की नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी सेंटर की कंसल्टेंट डॉ अनिंदिता सिंह का कहना है कि 35 वर्ष के बाद गर्भवती (Pregnancy) होने से प्रजनन दर को प्रभावित करने वाली कई समस्याएं हो सकती हैं। जैसे कि इस उम्र में आपके गर्भवती होने की संभावना थोड़ी कम होती है। इसके साथ ही प्रजनन दर में गिरावट के साथ गर्भपात की दर भी निरंतर बढ़ती जाती है। गर्भावस्था (Pregnancy) की कुछ जटिलताएं जैसे प्लेसेंटा प्रीविया, अस्थानिक गर्भावस्था (एक्टोपिक प्रेगनेंसी) और समय से पहले प्रसव, डाउंस सिंड्रोम आदि बढ़ सकती हैं।
इनफर्टिलिटी: स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉक्टर लवली जेठवानी ने जनसत्ता डॉट कॉम से बातचीत करते हुए बताया कि सामान्यतः 30 की उम्र पार करते ही महिलाओं में प्रजनन क्षमता कम होने लगती है। वहीं जैसे जैसे उम्र बढ़ती है यह और कम हो जाती है। ऐसे में महिलाओं को चाहिए कि वे अपनी फैमिली प्लानिंग सही उम्र में ही कर लें। अगर किसी कारणवश ऐसा नहीं कर पा रही हैं, तो उन्हें अपनी हेल्थ का पूरा ध्यान रखना चाहिए ताकि इनफर्टिलिटी की प्रॉब्लम से बची रह सकें। इसके लिए उन्हें सही खान-पान, जीवनशैली को संतुलित रखकर आप अपनी प्रजनन क्षमता को बरकरार रख सकती हैं। धूम्रपान और अल्कोहल से भी बचना चाहिए।
हार्मोनल बदलाव: जब अंडाशय सामान्य मात्रा में एस्ट्रोजन हार्मोन नहीं बनाते या फिर अंडे अपने निश्चित समय पर नहीं निकलते तो प्रीमेच्योर ओवरीज फेलियर का खतरा होता है। ऐसा सामान्यत: मेनोपॉज होने पर होता है। अगर आप 35 साल के बाद इस बारे में सोच रहे हैं तो आपको हम निराश नहीं करना चाहते पर इस उम्र में शरीर में कई बदलाव आने लगते हैं जिससे प्रेग्नेंट होने में परेशानी होती है।
ब्लड प्रेशर: 35 के बाद की उम्र में अगर बच्चे का सपना देखना शुरू किया है तो जीवनशैली बिल्कुल बदल देने की जरूरत होती है। दरअसल इस उम्र में आप जो भी आप खाती-पीती हैं वो उसका सीधा असर इस उम्र में रक्तचाप पर पड़ता है। जिससे गर्भवती होने में समस्याएं उत्पन्न होती हैं। इसके अलावा अगर आप 40 साल की उम्र में माता-पिता बनना चाहते हैं तो इस उम्र में गर्भ धारण करने में मुश्किलें आने लगती हैं। इस समय हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो जाती है जो बच्चे की सेहत के लिए भी खतरनाक साबित हो सकता है।