प्रेग्नेंसी के दौरान अपनी सेहत और खान-पान का खास ध्यान रखने की जरूरत होती है क्योंकि आप कुछ भी करते हैं तो उसका सीधा असर गर्भ में पल रहे बच्चे पर पड़ता है। जैसा कि आपको पता है चैत्र नवरात्रि 25 मार्च से शुरू होने वाली है। इस दौरान कई लोग फास्टिंग भी करते हैं। कई गर्भवति महिलाएं भी फास्टिंग करती हैं। लेकिन क्या प्रेग्नेंसी के दौरान फास्टिंग करना सेफ है? अगर आप प्रेग्नेंट हैं और व्रत रखने की सोच रहे हैं तो आप कुछ नियमों का पालन जरूर करें। इससे आपका और आपके बच्चे का स्वास्थ्य बेहतर रहेगा और कोई नुकसान भी नहीं पहुंचेगा।
– प्रेग्नेंट महिलाएं को व्रत के दौरान हर थोड़े समय पर कुछ खाते रहना चाहिए। इससे बच्चा और मां दोनों का स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।
– व्रत के दौरान शारीरिक गतिविधि से बचें क्योंकि इससे आपको थकावट महसूस होने लगेगा, जो नुकसानदायक साबित हो सकता है।
– प्रेग्नेंट महिलाओं को फास्टिंग के दौरान अधिक से अधिक लिक्विड का सेवन करना चाहिए, वरना डिहाईड्रेटेड होने की संभावना बढ़ जाएगी।
– यदि व्रत के बीच में आपको कमजोरी महसूस होने लगे तो बीच में फास्टिंग तोड़ दें।
– पोषक तत्वों से भरपूर फलों का सेवन करें।
पहले तीन महीने के दौरान फास्टिंग ना करें: यदि आपकी प्रेग्नेंसी को तीन महीना या उससे कम हुआ है तो आप व्रत ना करें। पहले तीन महीने की प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है जैसे- उल्टी या फिर मिचली। ऐसे में व्रत रखना ना सिर्फ उनके स्वास्थ्य के लिए बल्कि गर्भ में पल रहे बच्चे के स्वास्थ्य के लिए भी नुकसानदायक साबित हो सकता है। कई डाइट एक्सपर्ट्स ऐसा बताते हैं कि तीन महीने के गर्भ में हर दो घंटे में कुछ न कुछ खाते रहना चाहिए।
व्रत के दौरान महिलाएं क्या करें और क्या ना करें:
– व्रत के दौरान अधिक चाय या कॉफी ना पिएं
– खाने में फाइबर वाले फूड्स जरूर शामिल करें
– शरीर में कैल्शियम की जरूरतों को पूरा करने के लिए दूध पिएं या फिर डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन करें
– व्रत के दौरान नारियल पानी जरूर पिएं