कोरोनावायरस लोगों के लिए सबसे बड़ी परेशानी बना हुआ है। कोविड-19 की चपेट में आने पर उससे रिकवर होना ही काफी नहीं है क्योंकि रिकवरी के बाद भी यह वायरस मरीज़ों को परेशान कर रहा है। रिकवरी के बाद भी मरीज़ों को थकान, कमज़ोरी, सांस फूलना, हल्का बुख़ार, जोड़ों में दर्द, उदासी और ठीक से नींद नहीं आने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कोरोना से रिकवर होना ही कोरोना से जंग जीतना नहीं है बल्कि रिकवरी के बाद भी अपनी बॉडी का ख़ास ख्याल रखने की जरूरत है।
कोरोना से रिकवर होने के बाद आपकी बॉडी में कौन-कौन से लक्षण दिखाई देते है उसपर नज़र रखना बेहद जरूरी है। कोरोना आपके कई जरूरी अंगों जैसे फेफड़ों और दिल को प्रभावित कर सकता है। एम्स के डॉक्टर संदीप मिश्रा ने बताया कि कोरोना का असर उसकी रिकवरी के बाद भी जरूरी अंगों पर देखने को मिल रहा है। कोरोना हमारे दिल और फेफड़ों पर सबसे ज्यादा असर डालता है। डाक्टरों के मुताबिक़ पिछले दो सालों से ऐसे कई मामले सामने आ रहे हैं जिसमें मरीज़ कोरोना से ठीक हो जाता है लेकिन उसे फिर भी इलाज की ज़रूरत पड़ती है।
कोरोना से रिकवर होने के बाद मरीज को पोस्ट कोविड लक्षणों को नज़रअंदाज नहीं करना चाहिए बल्कि उनकी तुरंत पहचान कर उसका उपचार करना चाहिए।
सांस लेने में दिक्कत होना: कोरोना से रिकवर होने के बाद फेफड़ों का खास ध्यान रखें। ज्यादातर मरीज़ों को कोरोना से रिकवर होने के बाद फेफड़ों में परेशानी होने लगती है। मरीज़ की सांस फूलती है या फिर सांस लेने के दौरान घुटन महसूस होती है। सीढ़ियां चढ़ने पर भी मरीज़ की सांस फूलने लगती है, ऐसे उसे तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
बॉडी में आक्सीजन के स्तर का कम होना: कोरोना की दूसरी लहर में मरीज़ों को ऑक्सीजन की कमी का सामना करना पड़ा था। कोरोना से रिकवर होने के बाद भी बॉडी में ऑक्सीजन का स्तर कम हो सकता है इसलिए आप थोड़ी सी भी घुटन महसूस करें तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। ऑक्सीजन कम होने से आपकी बॉडी का रंग बदल सकता है। स्किन के रंग में बदलाव आने पर तुरंत ऑक्सीमीटर से ऑक्सीज़न का स्तर चेक करें।
दिल की धड़कनों का तेज़ चलना: कोरोना के ज्यादातर मरीज़ों को कोरोना से रिकवर होने के बाद दिल की धड़कन तेज़ होने की शिकायत रहती है। इस परेशानी में मरीज़ की छाती में भारीपन रहता है धड़कनें तेज़ चलती है और चक्कर आते हैं। ऐसे में मरीज़ को इन लक्षणों को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए।
कमजोरी महसूस करना: कोरोना से रिकवर होने के बाद आपकी बॉडी में कमजोरी हो सकती है। ऐसे में मरीज़ को चाहिए कि वो अपनी डाइट का ध्यान रखें। कमजोरी दूर करने के लिए डाइट में प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स जैसे सभी पोषक तत्वों को शामिल करें।