Symptoms Of High Blood Pressure: आज के समय में खराब लाइफस्टाइल और खानपान के कारण मोटापा, पीसीओडी, ब्लड शुगर से लेकर ब्लड प्रेशर तक की समस्या हो रही है। ब्लड प्रेशर को एक साइलेंट किलर माना जाता है। क्योंकि यह एक ऐसा रोग है जिसमें ज्यादा संकेत नजर नहीं आते हैं। आमतौर पर शरीर का ब्लड प्रेशर आपके द्वारा किए जाने वाले कार्यों से घटता या फिर बढ़ता रहता है। लेकिन अगर नॉर्मल रेंज से ज्यादा यानी ब्लड प्रेशर 140/90 mm/Hg से ऊपर हो जाता है, तो इसे हाइपरटेंशन या हाई ब्लड प्रेशर कहा जाता है। हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण काफी साधारण होते हैं जिन्हें आमतौर पर नजरअंदाज कर देते हैं। जानिए हाई ब्लड प्रेशर के लक्षणों के बारे में।

हाई ब्लड प्रेशर को समय रहते कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। क्योंकि इसके कारण हार्ट अटैक , स्ट्रोक तक आ सकता है।  

कितना होता है नार्मल ब्लड प्रेशर? (Normal Range Of High Blood Pressure)

नॉर्मल ब्लड प्रेशर 90/60 mmHg और 120/80 mmHg के बीच माना जाता है। अगर आपका ब्लड प्रेशर इससे ज्यादा है, तो आपको तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

हाई ब्लड प्रेशर के संकेत (Sign Of High Blood Pressure)

एड़ियों में सूजन

लंबे समय तक हाई ब्लड प्रेशर होने के कारण हार्ट की मांसपेशियों को मोटा बना सकता है। ऐसे में एड़ियों में एक तरह के लिक्विड का निर्माण होने लगता है। ऐसे में एड़ी में सूजन आ जाती है।

बार-बार पेशाब आना

ब्लड शुगर की तरह ही  हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होने पर भी रात को बार-बार पेशाब आने की समस्या का सामना करना पड़ता है।

आंखों का लाल होना

अगर आपकी आंखों में लाल धब्बे से पड़ जाते हैं, तो यह हाई ब्लड प्रेशर का संकेत हो सकता है। हाई ब्लड प्रेशर के कारण व्यक्ति को रेटिनोपैथी नामक समस्या उत्पन्न हो जाती है। इस अवस्था में ब्लड वेसेल्स की दीवारें काफी मोटी हो जाती है जिसके कारण ब्लड का फ्लो ठीक ढंग से नहीं हो पाता है और रेटिना में सूजन आने लगती है।

हाई ब्लड प्रेशर के अन्य लक्षण (Symptoms Of High Blood Pressure)

  • छाती में अचानक से दर्द होना
  • सांस लेने में समस्या होना
  • नाक से खून आ जाना
  • आंखों की रोशनी कम हो जाना
  • थकान
  • नकसीर

हाई ब्लड शुगर को कंट्रोल करने का तरीका (How To Control High Blood Pressure)

अगर किसी व्यक्ति को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो गई है, तो अपने खानपान का पूरा ध्यान रखें। इसके साथ ही कम मात्रा में नमक का सेवन करें। इसके साथ ही कैफीन, अल्कोहल, स्मोकिंग कम से कम करें। 

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या जानकरी के लिए डॉक्टर से परामर्श करें।