उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव अपने बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं। मुलायम कई बार मंच पर ही अखिलेश के कामकाज पर सवाल पूछ चुके हैं। अखिलेश इस पर सफाई भी मुलायम के देते थे। हालांकि इन सबके बावजूद 2017 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था और अखिलेश को सीएम की कुर्सी छोड़नी पड़ी थी। इन चुनावों के बाद अखिलेश और मुलायम शपथ ग्रहण समारोह में भी पहुंचे थे और योगी आदित्यनाथ को सूबे की कमान सौंपी गई थी।

मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह समेत बीजेपी के कई बड़े नेता मौजूद थे। इस दौरान मुलायम सिंह यादव अखिलेश को मिलवाने के लिए प्रधानमंत्री के पास ले जाते हैं। दोनों के बीच गर्मजोशी से मुलाकात हुई थी और प्रधानमंत्री ने अखिलेश की पीठ पर हाथ भी रखा था। एक इंटरव्यू में अखिलेश यादव से इस बारे में पूछा जाता है। आजतक के टीवी शो में अखिलेश से पूछा, ‘जब शपथ ग्रहण हो रहा था तो पीएम मोदी के पास आप नेताजी के साथ जाते हैं। क्या हम जान सकते हैं कि आप दोनों के बीच क्या बातचीत हुई?’

अखिलेश यादव इस सवाल के जवाब में कहते हैं, ‘मैं कह दूंगा तो आप सच नहीं मानोगे। नेताजी ने कहा था- प्रधानमंत्री जी ज़रा बचकर रहना ये मेरा बेटा है।’ अखिलेश यादव यूपी विधानसभा चुनावों के बाद कह रहे थे कि उनके द्वारा किए गए काम पर ‘धर्म’ की राजनीति हावी हो गई। अखिलेश के काम की सरहना करते हुए एक गेस्ट कहती हैं, ‘आपने गोमती रिवर फ्रंट व्यू बनाया मैं इसके लिए आपका शुक्रिया करना चाहती हूं।’ अखिलेश ने इस पर जवाब देते हुए कहा, ‘शुक्रिया, इसके लिए, लेकिन आप कभी अपने भाई के साथ वहां मत जाना।’

जब अखिलेश की शादी की एल्बम देखकर छलक उठे थे अमर सिंह के आंसू: विधानसभा चुनाव से पहले मुलायम परिवार में पारिवारिक झगड़ा सामने आया था। इसके बाद अखिलेश ने शिवपाल का मंत्री पद वापल ले लिया था और उनके करीबी लोगों को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया था। इस बीच अमर सिंह ने कहा था, ‘पूरा परिवार अखिलेश की शादी के विरोध में था, लेकिन मैंने उनका समर्थन किया था। आज भी मैं जब अखिलेश की शादी की एल्बम देखता हूं मेरे आंसू छलक उठते हैं कि उन्होंने मेरे ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया।’