दुनिया के अमीरों की लिस्ट में आज मुकेश अंबानी का नाम भी शामिल है। मुकेश के पिता ने रिलाइंस इंडस्ट्रीज़ की नींव रखी थी और वह कोई भी नेक काम करने से पहले एक मंदिर में जरूर जाया करते थे। अपने पिता की ही बातों को ध्यान रखते हुए मुकेश अंबानी भी इसी मंदिर में दर्शन के लिए जाते हैं और यहां वह अपने पूरे परिवार के साथ मंदिर में मत्था टेकते हैं। अंबानी परिवार में इस मंदिर की अहमियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मुकेश अंबानी के दफ्तर में भी इसकी एक मूर्ति है। आइए जानते हैं राजस्थान के इस मंदिर के बारे में-

अपनी किताब ‘अंबानी एंड सन्स’ में हमीश मैकडोनाल्ड लिखते हैं, ‘अंबानी परिवार मोढ बनिया हैं और ये मूल रूप से अहमदाबाद के नॉर्थ में स्थित मोढसा जिले के रहने वाले हैं। मोढ बनिया शाकाहारी भोजन खाते हैं और अपनी ही जाति में शादी भी करते हैं। लेकिन शादी या कोई भी नेक काम करने से पहले नाथद्वारा स्थित भगवान कृष्ण के मंदिर में जरूर जाते हैं। यहां भगवान श्रीनाथ की मूर्ति है जो श्रीकृष्ण के अवतार माने जाते हैं। इन्हें मथुरा से नाथद्वारा लाया गया था।’

हमीश आगे लिखते हैं, ‘अब श्रीनाथ मोढ और अन्य बनिया परिवारों के भगवान बन गए हैं और इन परिवारों में इन्हें लेकर एक अलग श्रद्धा होती है। अंबानी परिवार भी इस मंदिर में लगातार जाता है। 1994 में, अंबानी परिवार ने यहां एक आश्रम बनवाया था। जिसे श्रद्धालुओं के लिए विशेष रूप से बनाया गया था। इसमें उन्होंने अपने पैरेंट्स के लिए पिंक ग्रेनाइट भी लगाए थे। मोढ बनिया परिवारों में माना जाता है कि कोई भी काम करने से पहले यहां दर्शन करने से मनोकामना पूर्ण होती है।’

यमन में पैदा हुए थे मुकेश अंबानी? ‘Bloomberg Quint’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मुकेश अंबानी ने कतर इकोनॉमिक फोरम नाम के कार्यक्रम में कहा था, ‘मुझे लगता है कि मैं यमन में पैदा हुआ था, क्योंकि मेरे पिता धीरूभाई अंबानी युवा कारोबारी के तौर पर वहां गए थे।’  मुकेश ने आगे बताया, ‘वह हमेशा कहा करते थे कि मुझमें अरब का खून है। भारत और सभी अरब देशों के बीच जो संबंध हैं, वे सदियों पुराने हैं।’