अच्छी सेहत के लिए अच्छी डाइट का होना बेहद जरूरी है। अच्छी डाइट से मतलब है ऐसी डाइट से जो पोषक तत्वों से भरपूर हो और जिसका सेवन करने से इम्युनिटी भी इम्प्रूव रहे। विशेषज्ञों के मुताबिक अच्छी सेहत के लिए शाकाहारी भोजन सबसे उम्दा फूड है। शाकाहारी भोजन बॉडी को हेल्दी रखता है साथ ही कई बीमारियों से बचाव भी करता है। शाकाहारी लोगों में हाई कोलोस्ट्रॉल, मेटाबॉलिज्म रोग, मोटापा, टाइप -2 डायबिटीटज और दिल के रोगों का जोखिम कम होता है।
फोर्टिस अस्पताल, मुलुंड में वरिष्ठ आहार विद मीनल शाह के अनुसार शाकाहारी भोजन ऐसी हेल्दी डाइट है जो कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करती है, साथ ही इससे ब्लड प्रेशर भी कम रहता है। शाकाहारी भोजन की अहमियत को बताते हुए हाल ही में FSSAI India ने भी प्लांट बेस फूड के फायदें बताते हुए ट्वीट किया था। शाकाहारी भोजन डाइबिटीज के जोखिम को कम करता है। इसमें फाइबर पर्याप्त मात्रा में मौजूद होता है जिससे कार्बन उत्सर्जन को कम किया जा सकता है।
रिसर्च में हुआ खुलासा: अब, वर्ल्ड कैंसर रिसर्च फंड, कैंसर रिसर्च यूके और ऑक्सफोर्ड पॉपुलेशन हेल्थ द्वारा किए गए एक हालिया अध्ययन में कहा गया है कि मांस-मछली खाने वालों की तुलना में शाकाहारियों को कैंसर का खतरा कम होता है।
कई रिसर्च में हुआ खुलासा: ब्रिटेन बायोबैंक के डाटा के मुताबिक शाकाहारी लोग सेहतमंद रहते है इसे प्रमाणित करने के लिए 4.5 लाख लोगों की हेल्थ और उनकी डाइट पर संबंधी आंकड़ों का विश्लेषण किया गया। अध्ययन में लोगों को कई समूहों में बांट गया था। जो लोग हफ्ते में पांच दिन प्रोसेस्ट मीट या पॉल्ट्री मीट खाते हैं, उन्हें एक ग्रुप में रखा गया। जो लोग हफ्ते में पांच दिन से कम मांसाहारी भोजन खाते हैं उन्हें एक अलग ग्रुप में रखा गया। इसके अलावा जो सिर्फ मछली खाते थे, उन्हें एक ग्रुप में और जो मछली और मीट दोनों नहीं खाते उन्हें एक ग्रुप में रखा गया। अध्ययन में पाया गया जो लोग मीट और मछली का सेवन नहीं करते उन्हें 14 फीसदी तक कैंसर का खतरा कम रहता है।
शाकाहारी भोजन से महिलाओं को होता है खास फायदा: महिलाओं के लिए शाकाहारी भोजन बेहद फायदेमंद है। रिसर्च में ये बात सामने आई है कि जो महिलाएं शाकाहारी होती हैं उनमें रजोनिवृति के बाद ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा नियमित रूप से मांसाहारी महिलाओं की तुलना में 18 प्रतिशत तक कम रहता है। अध्ययन के मुताबिक शाकाहारी महिलाओं का बॉडी मास इंडेक्स बहुत कम होता है जिसकी वजह से उनका कई बीमारियों से बचाव होता है।