देश और दुनियां में ओवरवेट लोगों की तादाद बढ़ती जा रही है। मोटापा कंट्रोल करने के लिए लोग डाइट कंट्रोल करते हैं, वर्कआउट करते हैं और हो सके तो भूखा भी रहते हैं फिर भी उन्हें जिद्दी मोटापा से मुक्ति नहीं मिलती। मोटापा एक ऐसी बीमारी है जिसकी वजह से कई गंभीर बीमारियों जैसे डायबिटीज और कैंसर का खतरा बढ़ने लगता है। आप जानते हैं कि मोटापा के लिए सिर्फ खान-पान पर कंट्रोल और वर्कआउट ही काफी नहीं है बल्कि आपकी खाने की आदतें भी जिम्मेदार हैं। अगर आप देर रात तक खाना खाते हैं तो आप मोटापा के शिकार हो सकते हैं ये बात एक रिसर्च में सामने आई है।
ब्रिघम और महिला अस्पताल के शोधकर्ताओं के एक समूह के मुताबिक, कुछ अध्ययनों ने देर रात खाने को मोटापे और बढ़ते वजन के लिए जिम्मेदार माना है। 4 अक्टूबर को जर्नल सेल मेटाबॉलिज्म में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि हम जिस समय खाते हैं, वह हमारे ऊर्जा व्यय (energy expenditure),भूख (appetite)और शरीर वसा को कैसे संग्रहीत करता है उस पर असर पड़ता है।
शोधकर्ताओं ने टीम में अधिक वजन या मोटापे की श्रेणी में बॉडी मास इंडेक्स वाले 16 प्रतिभागियों का अध्ययन किया। अध्ययन में शामिल प्रत्येक व्यक्ति को एक ही भोजन दिया गया था और उनके खाने के समय में बदलाव किया गया था।
अध्ययन में शामिल एक गुट को पहले भोजन कराया गया जबकि दुसरे गुट को 250 मिनट की देरी से भोजन कराया गया। दोनों गुटों के प्रतिभागियों के ऊतक के नमूने (adipose tissue),उनके खाने का समय और फैट जमा होने को नोट किया गया।
देर से खाने से बढ़ती है बॉडी में वसा:
अध्ययन में पाया कि बाद में खाने से भूख को नियंत्रित करने वाले हार्मोन पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। अध्ययन के मुताबिक लेप्टिन का स्तर, जो हमारी भूख को रोकता है, देर से खाने के दौरान वो 24 घंटों में कम हो गया। देर से खाने से भूख लगने की संभावना दोगुनी हो जाती है। जिन प्रतिभागियों ने देर से खाना खाया उन्होंने धीमी गति से कैलोरी बर्न की। लेप्टिन का स्तर एडिपोजेनेसिस (adipogenesis)को बढ़ाकर और लिपोलिसिस (lipolysis)को कम करके वसा ऊतक के विस्तार को बढ़ाता है।
ब्रिघम डिवीजन ऑफ स्लीप एंड सर्कैडियन डिसऑर्डर में मेडिकल क्रोनोबायोलॉजी प्रोग्राम में शामिल शोधकर्ता नीना वुजोविक ने बताया है कि देर से खाना खाने से भूख के स्तर पर असर पड़ता है। देर से खाना खाने से कैलोरी बर्न करने और वसा को स्टोर करने पर असर पड़ता हैं।