इंफर्टिलिटी महिलाओं में तेजी से पनपने वाली बीमारी बनती जा रही है। एक साल तक असुरक्षित यौन संबंध बनाने के बाद भी महिलाएं कंसीव नहीं कर पा रही है तो समझ जाएं कि उनके मां बनने में कुछ परेशानी है। ज्यादातर कपल्स बिना इलाज के ही पैरेंट्स बन जाते हैं लेकिन कुछ कपल्स ऐसे है जिन्हें बच्चा कंसीव करने में परेशानी होती है। गर्भवती होने के लिए ओव्यूलेशन और फर्टिलाइजेशन के सभी चरण सही ढंग से होने चाहिए।
महिलाओं में इंफर्टिलिटी के लिए कई कारण जिम्मेदार हैं जैसे ओव्यूलेशन विकार,गर्भाशय में पॉलीप्स होने की वजह से,फैलोपियन ट्यूब में रुकावट होने से,एंडोमेट्रियोसिस और कैंसर जैसी बीमारी की वजह से महिलाओं में बांझपन की शिकायत हो सकती है।
Medicover Fertility के मुताबिक महिलाओं में इंफर्टिलिटी के लक्षणों की बात करें तो महिला की पीरियड साइकिल बहुत लम्बा होना, ये साइकिल 35 दिन या इससे अधिक हो सकता है। पीरियड साइकिल छोटा होना भी बांझपन का लक्षण हो सकता है। अनियमित पीरियड्स या पीरियड्स का नहीं आना भी बांझपन के लक्षण हैं। महिलाओं में बढ़ती इस परेशानी के लिए कुछ कारण जिम्मेदार हैं। आइए जानते हैं कि महिलाओं में बढ़ती इंफर्टिली के लिए कौन से कारण जिम्मेदार हैं।
बढ़ता तनाव महिलाओं की इंफर्टिलिटी बढ़ाता है:
महिलाओं में बढ़ता तनाव इंफर्टिली का कारण बनता है। महिलाएं ज़्यादा भावुक और संवेदनशील होती हैं इसलिए वे तनाव भी जल्दी लेती हैं। अपनी ज़िम्मेदारियों,रिश्तों, परिवार की ज्यादा परवाह करती हैं जिसकी वजह से वो तनाव में रहती हैं। तनाव महिलाओं के हॉर्मोन को प्रभावित करता है जिससे महिलाएं इंफर्टिलिटी का शिकार हो जाती हैं।
हार्मोनल असंतुलन कैसे इंफर्टिलिटी का कारण है:
हॉर्मोनल असंतुलन तनाव की वजह से होने वाली परेशानी है जिसके कारण थायराइड या पीसीओएस जैसी समस्या हो सकती है। हार्मोनल असंतुलन महिलाओं के मासिक चक्र को प्रभावित करता है। हार्मोनल असंतुलन की वजह से महिलाओं का मूड,स्किन,सेक्शुअल डिजायर्स और शरीर के स्वास्थ्य भी असर पड़ता है। कई रिसर्च में हार्मोन और प्रजनन क्षमता के बीच संबंध होने की बात सामने आ चुकी है। हार्मोनल असंतुलन महिलाओं में बांझपन का कारण है।
खराब लाइफस्टाइल बांझपन का कारण:
खराब लाइफस्टाइल बांझपन का कारण बनता है। समय पर नहीं खाना, सोने-जागने का समय निर्धारित नहीं होना, डाइट में जंक फूड्स का सेवन करना महिलाओं को बांझपन की ओर धकेल देता है।
महिलाओं का अधिक वजन बांझपन का कारण हो सकता है:
जिन महिलाओं का मोटापा अधिक होता है उनके गर्भधारण करने की संभावना दूसरी महिलाओं की तुलना में कम होती है। महिलाओं को बांझपन से बचना है तो मोटापा को कंट्रोल करें।