अक्सर बच्चों में तला-भुना खाने से पेट दर्द की शिकायत होने लगती है। लेकिन कई बार यह समस्या बार-बार होने लगती है। जिसके चलते कई अन्य बीमारियों के होने का खतरा भी बढ़ जाता है। आमतौर पर बच्चों में पेट दर्द संक्रमण या कम खाने के कारण होता है। लेकिन कई बार अन्य कारणों के चलते भी बच्चों में पेट दर्द की शिकायत होने लगती है। वैसे तो यह शुरुआत में यह कारण बहुत ही सामान्य लगते हैं ,लेकिन अगर समय रहते इन कारणों को रोका न जाए तो यह आपके बच्चे की सेहत के लिए हानिकारक भी साबित हो सकते हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ सामान्य नजर आने वाले कारणों के बारे में-
बच्चों में पेट दर्द होने के कारण (Causes for stomach ache in children)
अच्छी तरह हाथ न धोने से : बच्चों में पेट दर्द होने के पीछे सबसे बड़ा कारण हाथों की अच्छी तरह से सफाई न होना भी होता है। दरअसल बच्चे कुछ भी खाने से पहले या तो हाथ धोना भूल जाते हैं या फिर अच्छे से हाथों को नहीं धो पाते हैं। इन्हीं सबके चलते हाथों के सारे कीटाणु बच्चों के पेट तक पहुंच जाते हैं। जिसके चलते बच्चों में पेट दर्द की समस्या होने लगती है।
अनहेल्दी चीजों के सेवन से : बता दें कि कई बार छोटे बच्चे चॉक या मिट्टी खा लेते हैं। इन चीजों को खाने से भी बच्चों में पट दर्द की समस्या हो सकती है। इसलिए अपने बच्चों के खानपान का अच्छे से ध्यान रखें और उन्हें ऐसी चीजों को खाने से रोकें। क्योंकि इन चीजों के सेवन से आपके बच्चे को इंफेक्शन भी हो सकता है।
खिलौनों के कारण: अक्सर छोटे बच्चे खेलते समय अपने खिलौनों को मुंह से डालते हैं। ऐसा करने से खिलौने पर लगे सारे कीटाणु बच्चों के पेट तक पहुंच जाते हैं और फिर बच्चों को पेट दर्द की समस्या होने लगती है साथ ही इंफेक्शन का खतरा भी बढ़ जाता है।
कब्ज की समस्या: अक्सर लोगों को लगता है कि कब्ज की समस्या सिर्फ अधिक उम्र वाले लोगों में होती है। लेकिन ऐसा जरूरी नहीं होता है बच्चों में कब्ज की समस्या हो सकती है और कब्ज के कारण भी बच्चों में सकता है। बच्चों में कब्ज होने का कारण भरपूर पेट खाना न खाने की वजह से या फिर अधिक जंक फूड खाने से भी हो सकती है।
बच्चों का पेट दर्द ठीक करने के उपाय (Tips to get relief from stomach pain)
- बच्चों को ज्यादा तला-भुना खाना न दें
- रोजाना टिफिन में जंक फूड देने से बचें
- बच्चों को हेल्दी खाना खिलाएं
- रोजाना बच्चों से एक्सरसाइज कराएं
- हींग और अदरक का काढ़ा पिलाएं
- बच्चों के खिलौनों को साफ रखें
- हर आधे घंटे में साबुन से बच्चों के हाथ धुलवाएं