हाई ब्लड प्रेशर एक ऐसी बीमारी है जिसे साइलेंट किलर के नाम से जाना जाता है। देश और दुनियां में बीपी के मरीजों की संख्या में इज़ाफा हो रहा है। आंकड़ों के मुताबिक हर 4 पुरुषों में से 1 पुरुष हाई ब्लड प्रेशर का शिकार है। दुनिया में एक अरब से ज्यादा लोगों को हाइपरटेंशन की बीमारी है। बढ़ता तनाव, खराब डाइट, बिगड़ता लाइफस्टाइल और खाने में नमक का अधिक सेवन हाई ब्लड प्रेशर की परेशानी को बढ़ा सकता है।
किसी भी इंसान का सामान्य बीपी 120/80 mmHg तक होता है। बीपी का स्तर इससे ज्यादा पहुंच जाए तो बॉडी को कई तरह का नुकसान पहुंच सकता है। बीपी बढ़ने पर बॉडी में उसके लक्षण दिखने शुरु हो जाते हैं। हाई बीपी होने पर बदन दर्द, सिर दर्द और आंखों से धुंधला दिखाई देने जैसे लक्षण दिखते हैं।
तनाव और खाने में अधिक नमक का सेवन आपका ब्लड प्रेशर स्पाइक कर सकता है। ब्लड प्रेशर का स्तर हाई होने से दिल, मस्तिष्क और किडनी को खतरा होता है। हाई बीपी को कंट्रोल करना चाहते हैं तो रेगुलर बीपी चेक करें ताकि उसके घटने और बढ़ने का पता रहे। हाई बीपी के मरीज बीपी को कंट्रोल करने के लिए कुछ आसान तरीके भी अपना सकते हैं। आइए जानते हैं कि बीपी को कैसे कंट्रोल करें।
बीपी ज्यादा महसूस कर रहे हैं तो गहरी सांस लें:
बीपी हाई होने पर घबराहट, सिर दर्द और चक्कर की परेशानी बढ़ने लगती है। ऐसे में आप बीपी को कंट्रोल करने के लिए गहरी सांस लें। लम्बी सांस लें और दो सेकेंड के लिए सांस को होल्ड करें फिर सांस छोड़ें। गहरी सांस लेकर छोड़ेंगे तो बीपी कंट्रोल होगा।
बीपी हाई है तो गुनगुने पानी से नहाएं और आराम करें:
अगर बीपी हाई महसूस कर रहे हैं तो गुनगुने पानी से नहाकर आराम करें। बीपी बढ़ने का सबसे बड़ा कारण थकान और तनाव हो सकता है। अगर आप गुनगुने पानी से नहाएंगे और आराम करेंगे तो तनाव कम होगा और आपका बीपी भी नॉर्मल रहेगा।
वजन कम करें:
अगर बीपी हाई रहता है तो वजन को कंट्रोल करें। बढ़ता वजन सांस लेने में दिक्कत करता है और सांस फूलने लगता है। बढ़ते वजन को कम करके भी आप बीपी को कंट्रोल कर सकते हैं।
हेल्दी डाइट लें:
बीपी कंट्रोल करने में डाइट का अहम किरदार है। अगर आपका बीपी हाई रहता है तो डाइट में साबुत अनाज, फल, सब्जियां और कम फैट वाले डेयरी उत्पाद का सेवन करें। बीपी को कंट्रोल करने के लिए खाने में नमक का सेवन कम करें।
कैफीन को कंट्रोल करें:
बीपी को कंट्रोल करना चाहते हैं तो कैफीन का सेवन सीमित करें। चाय और कॉफी का अधिक सेवन आपकी परेशानी को बढ़ा सकता है।