अक्सर हम अपने कपड़ों को खूबसूरत और साफ दिखने के लिए उनपर आयरन करते हैं। हम आमतौर पर अपनी शर्ट, जींस और रूमाल तक को आयरन करते हैं लेकिन अंडरवियर को इस्त्री करना भूल जाते हैं। आप जानती हैं कि आपकी पैंटी यूटीआई (UTI) यानी यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन (Urinary tract infection) की बीमारी का कारण बन सकती है। यूटीआई की परेशानी महिलाओं की इंटीमेट हेल्थ से जुड़ी एक सबसे आम समस्या है। इस बीमारी के लिए कई कारण जिम्मेदार हैं। असुरक्षित यौन संबंध,ब्लड में शुगर का स्तर और सिंथेटिक अंडरगार्मेंट का इस्तेमाल करने से महिलाओं को अक्सर यूटीआई की परेशानी हो सकती है।
यूटीआई की परेशानी होने पर महिलाओं में उसके लक्षण दिखने लगते हैं जैसे यूरिन पास करते समय वेजाइनल ट्रैक में जलन या दर्द होना,बार-बार यूरिन डिस्चार्ज होना,पेट के निचले हिस्से में दर्द रहना,बेवजह बुखार रहना, बेचैनी और उल्टी महसूस होना, पेशाब का रंग लाल और हल्का गुलाबी होना या पेशाब में खून आना शामिल है। ज्यादातर महिलाओं में UTI की परेशानी के लिए उनकी पेंटी जिम्मेदार होती है। आइए जानते हैं कि आपकी साफ पेंटी भी आपको कैसे यूटीआई का शिकार बना सकती है।
आपकी साफ पेंटी पर भी लाखों कीटाणु हो सकते हैं मौजूद ?
आप जानते हैं कि जिस अंडरवियर को आप अपने प्राइवेट पार्ट पर पहनते हैं उसमें सेकड़ों कीटाणु और जीवाणु मौजूद हो सकते हैं। इस पर मौजूद कुछ बैक्टीरिया और कीटाणु 60 डिग्री सेल्सियस पर भी जीवित रह सकते हैं। इन अंडरगार्मेंट को वॉश करने के लिए ज्यादा गर्म पानी का सेवन नहीं किया जाता इसलिए ये जीवाणु आपकी पेंटी से सीधे वजाइना में प्रवेश करके आपको बीमार बना सकते हैं। अगर अंडरगार्मेंट को धोने के बाद उन्हें इस्त्री कर ली जाए तो यूटीआई से बचाव करना आसान होगा। पेंटी पर प्रेस करने से गर्म भाप पेंटी को कीटाणुरहित करने में मदद करती है।
आपकी वाशिंग मशीन के बैक्टीरिया पेंटी पर लगाते हैं लाखों कीटाणु:
आप जानती है कि वाशिंग मशीन में बैक्टीरिया मौजूद होते हैं। यह माना जाता है कि सभी प्रकार के बैक्टीरिया जैसे ई. कोलाई और साल्मोनेला, स्टैफिलोकोकस ऑरियस और कई अन्य बैक्टीरिया हमारी वाशिंग मशीन में प्रजनन कर सकते हैं। वाशिंग मशीन में मौजूद ये कीटाणु गंदे कपड़े मशीन में धोने से होते हैं। गुड हाउसकीपिंग इंस्टीट्यूट के अनुसार, साफ अंडरवियर में भी 10,000 जीवित बैक्टीरिया हो सकते हैं। वॉशिंग मशीन के इस्तेमाल किए गए पानी के सिर्फ 2 बड़े चम्मच में लगभग दस लाख बैक्टीरिया मौजूद होते हैं। ये बैक्टीरिया आपके अंडरगार्मेंट में भी मौजूद होते हैं जिसे आप बिना प्रेस किए पहन लेती है और ये वजाइना में प्रवेश कर जाते हैं।
अंडरवियर से फैलते हैं बैक्टीरिया:
अंडरवियर वास्तव में सबसे गंदे कपड़ों में से एक है जिसमें यूरीन और स्टूल के निशान भी हो सकते हैं जो हेपेटाइटिस ए वायरस, नोरोवायरस, रोटावायरस, साल्मोनेला और ई. कोलाई जैसे कई अलग-अलग कीटाणुओं को ले जाते हैं। ये वायरस पैंटी के जरिए बीमारियों को फैलाने का काम करते हैं।
यूटीआई को रोकने के लिए अपने अंडरवियर को आयरन करें:
इस्त्री करने से उन बैक्टीरिया को मारने में मदद मिलती है जो UTI पैदा करने की क्षमता रखते हैं। यदि आप किसी एक फंगल संक्रमण से जूझ रहे हैं,तो आपको यह सलाह दी जाती है कि आप अपने अंडरगारमेंट्स को पहनने से पहले आयरन कर लें।
पेंटी को आयरन कैसे करें:
अंडरवियर पतले और नाजुक कपड़ों से बने होते हैं इसलिए उन्हें सावधानी से इस्त्री करना होगा। एक बार जब अंडरवियर धूप में ठीक से सूख जाए, तो कपड़े की जांच करें और उसके अनुसार आयरन का तापमान सेट करें।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।