मोटापा आज के समय में ज्यादातर लोगों के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है। अगर आप भी इन्हीं लोगों में से एक हैं और बढ़ते वजन को कम करने के लिए डाइटिंग पर हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार साबित हो सकता है।

गौरतलब है कि मोटापा कम (Weight Loss) करने के लिए शुगर से पूरी तरह परहेज करने की सलाह दी जाती है। हालांकि, खासकर भारतीय लोग मीठा खाने के बेहद शौकीन होते हैं, ऐसे में वे चाहकर भी मीठा नहीं छोड़ पाते हैं और इस स्थिति में शुगर का हेल्दी विकल्प खोजने में लग जाते हैं। इसके लिए गुड़ और शहद को सबसे पहले चुना जाता है। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि गुड़ और शहद में से भी आपके लिए क्या ज्यादा बेहतर हो सकता है? या वेट लॉस डाइट पर आपको शहद या गुड़ में से किसे चुनना चाहिए? अगर नहीं, तो यहां हम आपको इसी सवाल का जवाब देने वाले हैं। आइए समझते हैं इस बारे में विस्तार से-

कैसे बनता है गुड़ और शहद?

शहद

शहद मधुमक्खियों द्वारा फूलों के रस से बनाया जाता है और ये नेचुरल शुगर का बेहतरीन स्रोत है। शहद में बॉडी के लिए जरूरी कई पोषक तत्व, एंटीऑक्सिडेंट, एंजाइम और मिनरल्स होते हैं।

गुड़

वहीं, गुड़ गन्ने के रस से बनाया जाता है और ये रिफाइंड चीनी का एक हेल्दी विकल्प माना जाता है। इसमें आयरन, मैग्नीशियम, कैल्शियम और फास्फोरस जैसे जरूरी मिनरल्स पाए जाते हैं।

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अब, बात वेट लॉस की करें, तो इस दौरान कई बातों को ध्यान में रखना जरूरी हो जाता है। जैसे-

कैलोरी कंटेंट

गुड़ की तुलना में शहद में कम कैलोरी होती है। अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (US Food and Drug Administration) की एक रिपोर्ट के अनुसार, एक चम्मच शहद में लगभग 64 कैलोरी होती है, जबकि गुड़ में प्रति चम्मच लगभग 65-70 कैलोरी होती है। हालांकि, ये अंतर न्यूनतम है लेकिन रोज कम कैलोरी का सेवन वजन घटाने में अहम योगदान करता है।

ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI)

गुड़ की तुलना में शहद का ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है। वहीं, आपको बता दें कि कम जीआई वाले खाद्य पदार्थ ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) को बेहतर ढंग से कंट्रोल करने में मदद करते हैं, जिससे कम इंसुलिन स्पाइक्स (Insulin Spike) होता है और इस तरह बॉडी में फैट कम जमा होता है।

आसान भाषा में समझें तो गुड़ का जीआई ज्यादा होता है, ऐसे में ये ब्लड शुगर लेवल में तेजी से वृद्धि का कारण बन सकता है, जो फैट बर्न में बाधा डाल सकता है और आपको वेट लॉस करने में परेशानी हो सकती है।

पोषक तत्व

शहद में कई ऐसे एंजाइम और एंटीऑक्सिडेंट मौजूद होते हैं, जो मेटाबॉलिज्म को तेज करने में मदद करते हैं, मेटाबॉलिज्म बूस्ट होने पर बॉडी ज्यादा कैलोरी बर्न कर पाती है, जिससे वेट लॉस में तेजी से मदद मिलती है।

एनर्जी बूस्टर

इन सब से अलग शहद प्राकृतिक ऊर्जा स्रोत है और थकान को दूर करता है, ऐसे में शहद खाने से आप लंबे समय तक खुद को एनर्जेटिक फील करते हैं और आपको बार-बार कुछ खाने की इच्छा नहीं होती है। इससे आप ओवरईटिंग नहीं करते हैं, आपको कैलोरी इंटेक और कम हो जाता है, जो वजन घटाने में योगदान करता है।

यानी शहद और गुड़ दोनों ही प्राकृतिक और सेहतमंद विकल्प हैं लेकिन वेट लॉस के लिहाज से शहद को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। इसमें कैलोरी की मात्रा कम होती है, ये मेटॉबोलिज्म को बेहतर तरीके से बढ़ावा दे सकता है और शरीर में फैट बर्न करने में मदद करता है। दूसरी ओर, गुड़ भी फायदेमंद है लेकिन इसमें कैलोरी ज्यादा होती है, इसलिए इसे सीमित मात्रा में ही लेना चाहिए।

वेट लॉस के लिए कैसे करें शहद का सेवन?

  • इसके लिए आप सुबह खाली पेट एक गिलास गुनगुने पानी में 1 चम्मच शहद और नींबू मिलाकर पी सकते हैं। ध्यान रहे कि आपको शहद को पानी में उबालना नहीं है। इसे केवल गुनगुने पानी में मिलाकर पिएं।
  • आप दिन के समय ग्रीन टी में 1/2 चम्मच शहद मिलाकर पी सकते हैं।
  • इन सब से अलग शक्कर की जगह शहद को मीठे व्यंजनों में उपयोग कर सकते हैं।

हालांकि, ध्यान रहे कि सही मात्रा और संतुलन ही वेट लॉस का सबसे महत्वपूर्ण नियम है। ऐसे में शहद का सेवन भी एक सीमित मात्रा में ही करें, साथ ही इसके साथ संतुलित आहार और एक्सरसाइज को भी अपनाएं।

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