मानस मनोहर
बाजार के व्यंजनों में उनका मन अधिक बसता है। मगर घर में हम अपने भोजन बनाने के पारंपरिक तरीके को थोड़ा बदल लें, तो बच्चों का स्वाद भी बदल सकते हैं। वे बाजार का खाना छोड़ कर घर का बना भोजन खाना शुरू कर देंगे। इस बार कुछ ऐसे ही व्यंजन, जो लगें बाजार जैसा, मगर बनें घर में।
चीज वाले आलू बाल
भारतीय परिवारों में सर्दी और बरसात में पकौड़ियां बनाने का चलन है। मेहमान आ जाएं, तो उनके स्वागत में भी पकौड़ियां बनती हैं। मगर आजकल बाजार ने पकौड़ियों का रूप बदल गया है। पारंपरिक पकौड़ियों की जगह तरह-तरह के पकौड़े और पकौड़ियों का चलन बढ़ गया है। आजकल तो पैकेट में बंद पकौड़े भी मिलने लगे हैं। उन्हें लाकर घर पर तल लीजिए, फटाफट पकौड़ियां तैयार। न सामग्री की चिंता, न काटने-मथने की झंझट।
ऐसे पैकेट वाले पकौड़े बच्चों को बहुत पसंद आते हैं। हालांकि पैकेट में बंद खाद्य सामग्री पर उसके खराब होने की मियाद लिखी होती है, मगर होती तो वह बासी ही है। फिर बच्चों को ऐसी चीजें खाने से रोकने का यही तरीका है कि वैसी ही चीजें घर में ताजा बना कर उन्हें दी जाएं। आजकल पोटैटो बाल्स के नाम पर बाजार में तरह-तरह के पकौड़े उपलब्ध हैं। वैसे बाल्स आप घर में बहुत आसानी से बना सकते हैं। वह ताजा और पौष्टिक भी होगा। फिर बच्चे ही क्यों, बड़ों को भी परोस सकते हैं।
चीज वाले आलू के बाल यानी पकौड़े बनाना कोई मुश्किल काम नहीं। पहली बार बना रहे हैं, तो थोड़ा सामग्री को लेकर सावधानी बरतनी होगी। इसके लिए तीन मध्यम आकार के आलू उबाल लें। इसके साथ उपयोग होने वाली सामग्री में ब्रेड क्रम, थोड़ा मैदा, थोड़ा ओट या कार्न फ्लेक्स और बाकी रोजमर्रा इस्तेमाल होने वाले मसालों की जरूरत पड़ेगी।
इसमें डालने के लिए खासतौर पर चीज क्यूब जरूरी है, यह हर जगह बाजार में मिल जाता है। ब्रेड क्रम बनाने के लिए पांच-छह ब्रेड को तोड़ कर मिक्सर में पीस लें। इसी तरह ओट या कार्नफ्लेक्स को अलग से मिक्सर में डाल कर एक-दो झटका देकर दरदरा बना लें। चीज क्यूब को चार टुकड़ों में काट लें। अगर चीज क्यूब नहीं है, तो उसकी जगह मोजरेला चीज भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
उबले हुए आलुओं का छिलका उतार कर ठंडा होने दें। फिर कद्दूकस पर घिस लें। इस तरह गांठ रहने की संभावना खत्म हो जाती है। इसमें जरूरत भर का नमक, चौथाई छोटा चम्मच लाल मिर्च पाउडर, चार-छह कुटी काली मिर्चें और आधा छोटा चम्मच चाट मसाला डालें। ऊपर से एक से डेढ़ चम्मच मैदा मिला कर अच्छी तरह गूंथ लें। मैदा मिलाने से पकौड़ों के फटने की आशंका खत्म हो जाती है। अगर मैदे से बचना चाहते हैं, तो दो चम्मच ब्रेडक्रम मिला लें।
इस मिश्रण में से नीबू के बराबर मात्रा लें और उसके बीच में चीज का एक टुकड़ा रख कर अच्छी तरह दबा कर गोली बना लें। इस गोली को ब्रेड क्रम और ओट या कार्न फ्लेक्स में डाल कर अच्छी तरह चिपका लें। हथेलियों के बीच रख कर हल्के हाथों से गोलाकार घुमा लें, ताकि ब्रेडक्रम की परत अच्छी तरह चिपक जाए। इसी तरह सारे बाल बना लें। बच्चों को चीज खाना बहुत अच्छा लगता है। यह उनके पोषण के लिए ठीक भी है।
अब कड़ाही में तेल गरम करें और इन बाल को डाल कर पलटते हुए सुनहरा होने तक तल लें। बाहर से कुरकुरा और भीतर से चीज की नमी वाला आलू बाल तैयार है। इसे टमाटर की चटनी या मीयोनीज के साथ परोस सकते हैं। बच्चों को मीयोनीज ज्यादा पसंद आती है, इसलिए उसके साथ दे सकते हैं। देखें, कैसे बच्चे बाजार का पोटैटो बाल छोड़ कर घर का बना आलू बाल खाते हैं।
केले के चिप्स
कच्चे केले का उपयोग भोजन में किसी न किसी रूप में करते रहें, तो बच्चों को कई तरह के पोषक तत्त्व आसानी से दिए जा सकते हैं। बच्चे तो केले की सब्जी मन से खाते नहीं, चिप्स जरूर वे चाव से खाते हैं। तो जब भी उन्हें हल्की-फुल्की भूख हो या शाम का नाश्ता करने बैठें तो कच्चे केले के चिप्स बना लें। कच्चे केले के चिप्स यों तो बाजार में खूब मिलते हैं, मगर घर के बने चिप्स का स्वाद उससे अलग होता है। गरमागरम कुरकुरा चिप्स खाने का आनंद ही अलग होता है। फिर बच्चों को ही क्यों, अगर घर में मेहमान आएं या कोई छोटी-मोटी दावत हो, तब भी केले के चिप्स नाश्ते में परोसे जा सकते हैं।
केले के चिप्स बनाना बहुत आसान है। इसके लिए दो से तीन कच्चे केले लें। उनका छिलका उतार लें। फिर दो इंच की मोटाई में उन्हें गोल-गोल चिप्स की तरह काट लें। अब कड़ाही में भरपूर तेल गरम करें। उसमें थोड़ा-थोड़ा करके चिप्स डालें और उलट-पलट कर आधा पकने तक तल लें। एक बार तलने के बाद इन चिप्स को थोड़ा ठंडा होने दें। फिर चापिंग बोर्ड या किसी सतह पर रख कर हर चिप्स को गिलास या कटोरी के पेंदे से दबा कर चपटा कर लें। यही काम थोड़ा समय लेता है। इन्हें ठंडा होने दें। फिर तेल गरम करें और इन चपटा किए चिप्स को डाल कर सुनहरा होने तक तल लें।
चिप्स तलने के बाद कड़ाही से निकालते ही इसमें आधा छोटा चम्मच लाल मिर्च पाउडर और एक चम्मच चाट मसाला डाल कर अच्छी तरह मिलाएं ताकि मसाला सारे चिप्स पर अच्छी तरह चिपक जाए। एक चिप्स खाकर देखें, अगर नमक कम लग रहा है, तो थोड़ा-सा काला नमक डाल कर अच्छी तरह मिला लें। केले के चिप्स तैयार हैं। इन्हें गरमागरम टमाटर की चटनी के साथ परोस सकते हैं। बिना चटनी के भी इन्हें खाया जा सकता है। इन्हें बच्चों को स्कूल के टिफिन में भी पैक करके दे सकते हैं, ठंडा होने के बाद भी इनका स्वाद बना रहता है।