Gandhi Jayanti 2019: देशभर में महात्मा गांधी (बापू) की 150वीं जयंती काफी धूमधाम से मनाई जा रही है। देश के कोने-कोने से लोग उन जगहों का रुख कर रहे हैं, जो बापू की यादों से जुड़ी हुई हैं। ऐसे में हम आपको साबरमती आश्रम से सेवाग्राम तक 5 ऐसी ऐतिहासिक 5 जगहों के बारे में बता रहे हैं, जहां बापू के बारे में जानने के लिए जीवन में एक बार जरूर जाना चाहिए। इस रिपोर्ट में इन जगहों पर जाने का तरीका, साधन व किराए आदि की जानकारी भी मिलेगी।
अहमदाबाद स्थित साबरमती आश्रम: गुजरात के अहमदाबाद स्थित साबरमती आश्रम को गांधी आश्रम के नाम से भी जाना जाता है। इसे बापू ने 17 जून 1917 में स्थापित किया था। देश की आजादी के दौरान यह आश्रम की बापू के स्ट्रगल का केंद्र था। बताया जाता है कि बापू ने इसी आश्रम में सत्य और अहिंसा के प्रयोग किए थे। यह आश्रम अहमदाबाद शहर से 5 किलोमीटर दूर साबरमती नदी के किनारे पर स्थित है। इतिहासकारों का मत है कि दधीचि ऋषि का आश्रम भी यही पर था।
यह है जाने का तरीका: सड़क, रेल व हवाई मार्ग तीनों के माध्यम से अहमदाबाद पहुंचा जा सकता है। देश के कोने-कोने से अहमदाबाद जाने के लिए ट्रेनें मौजूद हैं। दिल्ली से ट्रेन में करीब 18 घंटे सफर करके अहमदाबाद पहुंचा जा सकता है। इस सफर के लिए ट्रेन के स्लीपर क्लास का किराया 440 रुपए है। वहीं, थर्ड एसी में करीब 1100 व सेकंड एसी में करीब 1600 रुपए खर्च करके अहमदाबाद पहुंचा जा सकता है। बस से अहमदाबाद जाने के लिए करीब 2000 रुपए खर्च करने पड़ेंगे। वहीं, करीब 3 हजार रुपए खर्च करके फ्लाइट से भी अहमदाबाद पहुंच सकते हैं।
टाइमिंग व फीस: साबरमती आश्रम सुबह 8:30 बजे से शाम 6:30 तक घूमा जा सकता है। इसे देखने के लिए कोई फीस नहीं है।
वर्धा स्थित सेवाग्राम आश्रम: बापू से संबंधित यह आश्रम महाराष्ट्र के वर्धा कस्बे में स्थित है। 1934 से 1940 तक यह जगह बापू का हेडक्वॉर्टर व प्रयोगात्मक प्रयोगशाला बना रहा। 1930 में साबरमती आश्रम छोड़ने के बाद बापू इसी गांव में निवास करते थे।
ऐसे जा सकते हैं सेवाग्राम: बता दें कि गांधी जी ने अपने जीवन के अंतिम 12 साल सेवाग्राम आश्रम में बिताए थे। 30 अप्रैल 1936 को बापू पहली बार इस आश्रम में रहने आए थे। शुरुआत में इसका नाम सेगांव था। 1940 में बापू की इच्छा व सलाह पर इसका नाम सेगांव से सेवाग्राम कर दिया गया। इस आश्रम में जाने के लिए 2 रेलवे स्टेशन वर्धा व सेवाग्राम हैं। वर्धा स्टेशन से आश्रम 8 किमी व सेवाग्राम स्टेशन से 6 किमी दूर स्थित है, जिसके लिए रिक्शा, ऑटो व बस मिलती हैं। वहीं, यह आश्रम नागपुर शहर व एयरपोर्ट से 80 किमी दूर है।
आश्रम की टाइमिंग व टिकट: सेवाग्राम आश्रम में सुबह 8:30 बजे से शाम 6 बजे तक जा सकते हैं। यहां घूमने का कोई चार्ज नहीं है। यहां विजिट के लिए अक्टूबर से मार्च बेस्ट समय है। आश्रम के पास ही रुस्तम भवन नाम का गेस्ट हाउस है, जहां ठहरा जा सकता है।
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मुंबई स्थित मणि भवन गांधी संग्रहालय: मुंबई स्थित मणि भवन गांधी संग्रहालय 1917 से 1934 (17 साल) तक बापू के गतिविधियों का केंद्र बना रहा। यह भवन रेवाशंकर जगजीवन झावेरी का था जो गांधीजी के मित्र थे। असहयोग आंदोलन, दाण्डी यात्रा, सविनय अवज्ञा आंदोलन के दौरान इस घर में कई अहम बैठकें हुईं, जिसमें देश के बड़े नेता हिस्सा लेते थे। अब इसे गांधी स्मारक का रूप दे दिया गया है, जिसमें बापू के जीवन से जुड़ी किताबें, तस्वीरें आदि मौजूद हैं।
ऐसे जा सकते हैं मणि भवन: मुंबई स्थित मणि भवन के लिए सड़क, रेल व हवाई मार्ग से पहुंचा जा सकता है।
मणि भवन की टाइमिंग व टिकट: मणि भवन पूरे सप्ताह खुला रहा है। इसे सुबह 9:30 बजे से शाम 6:00 बजे तक देखा जा सकता है।
मदुरई स्थित गांधी मेमोरियल म्यूजियम: तमिलनाडु के मदुरई में 1959 में गांधी मेमोरियल म्यूजियम बनाया गया था। यह 1948 में गांधी जी की हत्या के बाद बनाए गए कई मेमोरियल्स में से एक है। इस म्यूजियम में बापू के खून से सनी धोती भी रखी हुई है। बताया जाता है कि बापू ने हत्या के वक्त यही धोती पहन रखी थी।
ऐसे जा सकते हैं गांधी मेमोरियल म्यूजियम: मदुरई स्थित गांधी मेमोरियल म्यूजियम के लिए रेल, सड़क व हवाई मार्ग तीनों विकल्प मौजूद हैं।
म्यूजियम की टाइमिंग व टिकट: बापू की यादों से जुड़े इस म्यूजियम को देखने के लिए किसी तरह का टिकट नहीं लगता है। हालांकि, कैमरा इस्तेमाल करने पर 50 रुपए चार्ज देना पड़ता है। इस म्यूजियम को रोजाना सुबह 10 से शाम 5 बजे तक देखा जा सकता है।
दिल्ली स्थित गांधी स्मृति म्यूजियम: दिल्ली स्थित गांधी स्मृति म्यूजियम बिरला हाउस के नाम से भी जाना जाता है। 30 जनवरी 1948 के दिन अपनी हत्या से पहले तक बापू ने अपने जीवन के अंतिम 144 दिन इसी जगह बिताए थे। इस म्यूजियम में गांधीजी की तस्वीरों के साथ-साथ पर्सनल सामान रखा हुआ है।
ऐसे जा सकते हैं गांधी स्मृति म्यूजियम: गांधी स्मृति म्यूजियम देश की राजधानी दिल्ली में स्थित है। ऐसे में यहां आने के लिए रेल, सड़क व हवाई मार्ग तीनों का विकल्प मौजूद हैं।
गांधी स्मृति म्यूजियम: दिल्ली स्थित गांधी स्मृति म्यूजियम सोमवार को बंद रहता है। हालांकि, मंगलवार से रविवार तक यह रोजाना सुबह 10 से शाम 5 बजे तक खुला रहता है। बापू से जुड़े इस म्यूजियम को देखने के लिए किसी भी तरह का टिकट लेने की जरूरत नहीं होती।