महिलाओं को मैन्सट्रुअल क्रैम्प (Menstrual cramps)होना नॉर्मल बात है। पीरियड के दौरान मांसपेशियों में दर्द और खिचाव होना नॉर्मल माना जाता है लेकिन कुछ महिलाओं को पीरियड में बहुत ज्यादा दर्द होता है। इस दर्द की अवधि और दर्द की रफ्तार नॉर्मल पीरियड में होने वाले दर्द से पूरी तरह अलग होती है। इस दर्द को डिसमेनोरिया (dysmenorrhea) कहा जाता है।
डिसमेनोरिया या मेंस्ट्रुअल क्रैम्प्स पेट के निचले हिस्से में होने वाला तेज दर्द या ऐंठन होती है जो कई लड़कियों को अपने मेंस्ट्रुअल पीरियड्स से पहले या उसके दौरान होती है। नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी, पुणे की फर्टिलिटी कंसल्टेंट डॉ करिश्मा डाफले के मुताबिक पीरियड के दौरान होने वाला ये दर्द कई बीमारियों के चेतावनी संकेत देता है जिसे नजरअंदाज करने की जरूरत नहीं है।
एक्सपर्ट के मुताबिक अगर आप प्रेग्नेंट होना चाहती है और आपको पीरियड में बेहद दर्द रहता है तो आपको अपनी बॉडी में होने वाले इस अलार्मिंग साइन को तुरंत समझना चाहिए और बाद में प्रेग्नेंसी के बारे में सोचना चाहिए। पीरियड के दौरान होने वाला ये दर्द आपकी फर्टिलिटी को प्रभावित कर सकता है। आइए जानते हैं कि पीरियड के दौरान होने वाला एक्सट्रीम पेन किन बीमारियों का संकेत देता है और कैसे ये आपकी फर्टिलिटी को प्रभावित करता है। यदि आप भी पीरियड के दौरान बेहद दर्द महसूस करती हैं तो ये स्थिति आपके लिए गंभीर हो सकती है। इस समस्याओं से निपटने के लिए आप तुरंत स्त्री रोग विशेषज्ञ से सलाह लें।
कुछ हेल्थ समस्याएं दर्द का कारण बनती हैं: (What are these underlying health issues?)
क्रॉनिक इलनेस प्रजनन क्षमता को प्रभावित करती है। ये परेशानी समय के साथ-साथ बढ़ती जाती है। क्रॉनिक बीमारी इंफर्टिलिटी का कारण बनती है।
फाइब्रॉएड की वजह से हो सकता है दर्द : (Fibroids)
फाइब्रॉएड एक तरह का ट्यूमर होता है जो गर्भाशय (uterus)के अंदर विकसित होता हैं जो पीरियड के दौरान कष्टदायी होता है और दर्द का कारण बनता है। इसकी वजह से गर्भपात (miscarriage)का खतरा बढ़ता है और प्रजनन क्षमता (fertility)प्रभावित होती हैं।
एंडोमेट्रियोसिस: (Endometriosis)
एंडोमेट्रियोसिस में, गर्भाशय के ऊतक (uterine tissue) गर्भाशय के बाहर फैल (extends) जाते हैं और पेल्विस के अन्य अंगों (pelvic organs)को प्रभावित करते हैं। यह गर्भाशय की कार्य करने की क्षमता को कम कर सकता है साथ ही प्रजनन क्षमता को भी प्रभावित कर सकता है। कई एंडोमेट्रियोसिस मामलों का इलाज नहीं किया जाता। शोधकर्ताओं का मानना है कि सभी बांझ महिलाओं (infertile women)में से आधे में एंडोमेट्रियोसिस (endometriosis)इंफर्टिलिटी का कारण हो सकता है।
एडिनोमायोसिस: (Adenomyosis)
एडिनोमायोसिस (Adenomyosis)में गर्भाशय की मांसपेशियों (uterine muscle)में बढ़ने वाला एंडोमेट्रियम (endometrium)शामिल है। इसे एंडोमेट्रियोसिस के साथ कंफ्यूज नहीं होना चाहिए, जिसमें लाइनिंग गर्भाशय के बाहर विकसित होती है। अत्यधिक बेचैनी और बार-बार पीरियड्स एडिनोमायोसिस (adenomyosis)के दुष्प्रभाव हैं। हालांकि, इसका कोई प्रमाण मौजूद नहीं है कि यह प्रजनन क्षमता को प्रभावित करता है, लेकिन, यह जोखिम बढ़ा सकता है।
इन्फ्लेमेटरी पेल्विक डिजीज:(Inflammatory pelvic disease)
पीरियड पेन की परेशानी अक्सर पेल्विक इंफ्लेमेटरी बीमारी के कारण होती है, जो फैलोपियन ट्यूब (fallopian tubes),गर्भाशय (uterus) और अंडाशय (ovaries) के आसपास होती है। इस परेशानी की वजह से भी दर्द की शिकायत होती है।