National Herald Case: नेशनल हेराल्ड केस (National Herald Case) में लगातार तीसरे दिन भी कांग्रेस (Congress) नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से ईडी (ED) की पूछताछ जारी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 14 जून को तकरीबन 11 घंटे तक चली पूछताछ के बाद प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने राहुल गांधी को तीसरे दिन भी पूछताछ प्रक्रिया में शामिल होने के लिए कहा है। इस बीच ईडी के प्रमुख संजय कुमार मिश्रा भी चर्चा में हैं।
साल 2021 में मिला सेवा विस्तार
केंद्रीय जांच एजेंसी, प्रवर्तन निदेशालय के निदेशक संजय कुमार मिश्रा को उनके बेहतर काम के लिए एक सेवा विस्तार दिया गया है। वह साल 2021 के 16 नवंबर को ईडी से सेवानिवृत्त होने वाले थे। ईडी के इतिहास में यह पहली बार है जब किसी निदेशक को उसकी सेवा अवधि (दो साल) के बाद अतिरिक्त विस्तार मिला है, अब वह पांच साल का कार्यकाल पूरा करने वाले हैं। ईडी निदेशक और सीबीआई निदेशक का कार्यकाल दो साल के लिए तय किया गया है। लेकिन अब इसे बढ़ाकर पांच साल कर दिया गया है।
सबसे कम उम्र में बने थे आईआरएस
ईडी निदेशक संजय कुमार मिश्रा 1984 बैच और इनकम टैक्स कैडर (Income tax) के अधिकारी हैं। संजय कुमार मिश्रा जब IRS अधिकारी बने थे उस वक्त वो अपने बैच में बेहद कम उम्र के अधिकारी थे। देश के सबसे तेज तर्रार और आर्थिक मामलों के विशेषज्ञ संजय मिश्रा ने ईडी में अपने कार्यकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण और बड़े मामलों की व्यक्तिगत रूप से निगरानी की, जिससे जांच एजेंसी को काफी सफलता मिली। उनके सहयोगी भी उनके बारे में बताते हैं कि वह सातों दिन कार्यालय आने वाले अधिकारी हैं। जो किसी भी जांच को बेहद सतर्कता और अपने सहयोगियों के साथ बेहतर तरीके से जांच-पड़ताल के बाद ही अंतिम रूप तक लेकर जाते हैं।
IRS अधिकारी से लेकर सचिव स्तर के अधिकारी तक का सफर
मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले संजय कुमार मिश्रा ने आयकर में कई बड़े स्तर के मामलों की शानदार तरीके से जांच कर उन्हें अंतिम चरण में पहुंचाया। इसी वजह से 19 नवंबर 2018 को उनकी पोस्टिंग ईडी में प्रिंसिपल स्पेशल निदेशक के पद पर हुई थी। कुछ दिनों बाद, उन्हें ईडी निदेशक के रूप में नियुक्त करने के लिए एक औपचारिक अधिसूचना जारी की गई। आपको बता दें कि आयकर के बहुत कम अधिकारी होते हैं जो सचिव स्तर के पद पर पहुंचते हैं और संजय कुमार मिश्रा सचिव स्तर के अधिकारी हैं।
महत्वपूर्ण जांच प्रभावित न हो इसलिए बढ़ाया कार्यकाल
देश की सबसे महत्वपूर्ण जांच एजेंसी होने के नाते ईडी निदेशक, सीबीआई निदेशक का कार्यकाल दो साल का होता है, लेकिन जांच के कई बड़े और महत्वपूर्ण मुद्दों की जांच प्रभावित नहीं होनी चाहिए, इस वजह से पिछले कई सालों से इस मुद्दे पर चर्चा हो रही है। अदालत में इस बात पर भी चर्चा हो रही थी कि सीबीआई और ईडी के निदेशक का कार्यकाल कम से कम पांच साल होना चाहिए, इसलिए इस मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए यह कानून बनाया गया और इसे देश के राष्ट्रपति के पास साल 2021 में भेजा गया था, जिसपर अंतिम मुहर लगाते हुए इसकी अनुमति दे दी गई है।