Pregnancy Tips: गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अपनी सेहत के प्रति अधिक सचेत रहने की जरूरत होती है। इसका कारण है कि उनको खुद के साथ अपने गर्भ में पल रहे शिशु का भी ख्याल रखना पड़ता है। प्रेग्नेंसी के समय महिलाओं में शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से कई बदलाव आते हैं। ऐसे समय में अपनी जीवन शैली से लेकर खानपान तक का विशेष ध्यान देना चाहिए। वहीं, लापरवाही बरतने पर प्रेग्नेंट महिलाओं को कई स्वास्थ्य परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए जरूरी है कि गर्भवती महिलाएं स्वस्थ आहार का सेवन करें जिससे शिशु के साथ-साथ उनकी सेहत भी ठीक रहे। इस दौरान तुलसी खाना भी प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए लाभदायक साबित होगा।
आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों में शामिल: तुलसी का पौधा ज्यादातर घरों में आसानी से देखने को मिल जाता है। पॉजिटिव एनर्जी के साथ ही स्वास्थ्य की दृष्टि से भी ये बेहद फायदेमंद मानी जाती है। आयुर्वेद में भी तुलसी को बहुत ही महत्वपूर्ण दर्जा दिया गया है। इसके नियमित सेवन से लोग कई तरह की गंभीर बीमारियों से भी बच सकते हैं। एक अहम औषधि होने के साथ ही तुलसी के पत्ते खाने से कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता है। तुलसी पत्ते में एंटी-बायोटिक व एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो लोगों को कई प्रकार के संक्रमण से दूर रखता है। इसके अलावा, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी कारगर है।
नहीं होने देता खून की कमी: प्रेग्नेंसी के दौरान अक्सर महिलाओं में खून की कमी और एनीमिया की शिकायत हो जाती है। यही कारण है कि डॉक्टर्स प्रेग्नेंट महिलाओं को आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थों को डाइट में शामिल करने की सलाह देते हैं। वहीं, तुलसी का सेवन इन महिलाओं के लिए लाभप्रद साबित हो सकता है। नियमित रूप से कम से कम तुलसी की दो पत्तियों को खाने से शरीर में खून की कमी नहीं होती है।
शिशु के लिए भी कारगर: तुलसी पत्ते में कई पोषक तत्व होते हैं, जिनमें से एक है मैग्नीशियम। बच्चों की हड्डियां मजबूत रहे, इसके लिए होने वाली मां को पर्याप्त मात्रा में इस खनिज पदार्थ का सेवन करना चाहिए। ऐसे में तुलसी पत्ता शिशु की बोन डेवेलपमेंट में मददगार हो सकता है। इसके अलावा, इसमें मौजूद विटामिन ए शिशु की मानसिक विकास के लिए जरूरी है।