चुनाव को देखते हुए उत्तर प्रदेश में सभी राजनीतिक पार्टियों ने तैयारी शुरू कर दी है। इसी क्रम में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी यूपी पहुंचे थे। मंगलवार सुबह केजरीवाल ने अयोध्या के हनुमानगढ़ी मंदिर में पूजा की। इसके बाद उन्होंने राम जन्मभूमि पहुंचकर भगवान राम की पूजा-अर्चना की। पूजा करने के बाद केजरीवाल ने कहा, ‘मेरे पास जितने साधन हैं मैं उनका इस्तेमाल लोगों को भगवान के दर्शन करवाने के लिए करूंगा।’

बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने केजरीवाल पर तंज कसते हुए एक ट्वीट किया था। इसमें उन्होंने अरविंद केजरीवाल के पुराने भाषण भी साझा किए हैं। भाषण में अरविंद केजरवाल कहते हैं, ‘जब बाबरी मस्जिद का गिराई गई तो मैंने नानी से कहा कि आज तो आप बहुत खुश होगे कि अब आपके भगवान राम का मंदिर बनेगा। उन्होंने कहा कि नहीं बेटा मेरा राम किसी की मस्जिद तोड़कर ऐसे मंदिर में नहीं बस सकता।’

एक अन्य भाषण में केजरीवाल को कहते सुना जा सकता है, ‘मैं सोच रहा था कि अगर जवाहर लाल नेहरू जी स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया की जगह मंदिर बना देते तो क्या इस देश का विकास हो सकता था?’

संबित पात्रा ने वीडियो साझा करते हुए अपने ट्वीट में लिखा, ‘आज केजरीवाल जी ने अपनी ‘नानी’ को ठेस पहुंचाई है.. सिर्फ नानी ही नहीं.. जवाहर लाल नेहरू भी नाराज़ होंगे… बड़े-बुजुर्गों का ऐसा अपमान करना ठीक नहीं ‘सर जी’ फिल्ममेकर अशोक पंडित ने केजरीवाल की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, ‘आज केजरीवाल जी की नानी ने इनसे कहा कि अगर यूपी में चुनाव जीतने के सपने देख रहे हो तो अयोध्या में राम लला के दर्शन कर लो।’

इस पर लोगों की भी प्रतिक्रिया अलग-अलग आ रही है। एक यूजर ने लिखा, ‘चुनावी मौसम को देखते हुए केजरीवाल ‘रामभक्त’ बन गए हैं।’ उपेंद्र सिंह भदौरिया नाम के यूजर ने लिखा, ‘चंदाचोर घबरा रहे हैं क्योंकि अरविंद केजरीवाल अयोध्या आ रहे हैं।’ सोहन सिंह नाम के यूजर लिखते हैं, ‘इतनी जल्दी तो सड़क पर यूटर्न नहीं आता जितनी जल्दी केजरीवाल यूटर्न मार देते हैं।’ अन्य यूजर ने लिखा, ‘कोई कुछ नहीं बोलेगा। जब हम लोगों में ही दोष है तो केजरीवाल को गलत कहने का कोई फायदा नहीं।’

यूजर जतिन मक्कड़ लिखते हैं, ‘अरविंद केजरीवाल से सिर्फ राजनीति करवा लो। क्योंकि इन्हें काम तो वैसे भी करना ही नहीं है।’ मोहम्मद रियाज नाम के यूजर लिखते हैं, ‘भगवान राम के ऊपर किसी का कोई हक नहीं है। जिसका मन करे वो मंदिर में दर्शन कर सकता है। पात्रा जी पहले अपने नेताओं से पूछ लीजिए कि चुनाव आते ही उन्हें भगवान की याद क्यों आती है।’